संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले विश्व हिंदू परिषद अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक पेश करने की मांग को लेकर रविवार को विशाल रैली आयोजित कर रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विहिप ने कहा है कि वह आश्वस्त है कि संसद के आगामी सत्र के दौरान विधेयक पेश किया जाएगा जिससे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त होगा। विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने यहां कहा, ‘‘ रामलीला मैदान में धर्म संसद को आरएसएस के कार्यकारी प्रमुख सुरेश भैय्याजी जोशी संबोधित करेंगे। यह विशाल रैली होगी जो अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए विधेयक लाने का समर्थन नहीं करने वाले सारे लोगों का हृदय परिवर्तन कर देगी।’’
विहिप के महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि अगर किसी स्थिति में संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक नहीं लाया गया तो अगली ‘धर्म संसद’ में आगे के कदम पर फैसला होगा। इसका आयोजन अगले साल 31 जनवरी और एक फरवरी को महाकुंभ के इतर इलाहाबाद में होगा। बंसल ने कहा कि विहिप के अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे और इसके अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी रैली को संबोधित करेंगे।
विहिप का दावा, जुटेगी लाखों की भीड़
इस धर्मसभा को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें देश भर से 5 से 10 लाख रामभक्त शामिल होंगे। कई राज्यों से लोग दिल्ली पहुंच भी चुके हैं, जिन्हें अलग-अलग मठों, मंदिरों में ठहराया जा रहा है। दिल्ली में होने वाली धर्मसभा अयोध्या, नागपुर और मुंबई में हुई धर्मसभाओं की महत्वपूर्ण कड़ी है।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
सुरक्षा को देखते हुए 5000 पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल की 10 कंपनियां तैनात की गई है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है और साइबर सेल की एक विशेष टीम अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। शनिवार को पुलिस मुख्यालय में इसे लेकर बैठक भी हुई। बैठक के बाद सभी एडिशनल डीसीपी को रामलीला मैदान तैनात किया गया है।