विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) आगामी 25 मार्च से देश के दो लाख 75 हजार गांवों में राम महोत्सव मनाएगी। आठ अप्रैल तक चलने वाले इस महोत्सव में देश के सभी गांवों में महोत्सव समितियों का गठन भी किया गया है।
यह जानकारी देते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि राम मंदिर मुक्ति का अभियान अब पूरा हो गया है और सरकार की ओर से गठित ट्रस्ट मंदिर निर्माण की दिशा में बहुत जल्द कदम बढ़ाएगा। 15 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में हर गांव में श्रीराम की मूर्ति स्थापित करवाकर पूजा-अर्चना की जाएगी।
'राममय माहौल बनाना मकसद'
उन्होंने बताया कि विहिप की कोशिश है कि श्रीराम महोत्सव के जरिए ग्राम समितियां बनाकर राम की मूर्ति स्थापित करने और उनकी पूजा करवाकर पूरे देश में राममय माहौल बनाने की है। श्रीराम महोत्सव के दौरान मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान शहीद हुए लोगों को भी याद किया जाएगा। उनके परिवारों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।
'ट्रस्ट की है निर्माण की जिम्मेदारी'
बंसल ने कहा कि दुनिया में जहां भी रामभक्त हैं, वह अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। अयोध्या में इस बार की रामनवमी भी खास है। राम मंदिर के बारे में फैसला आने के बाद यह पहली रामनवमी है। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के पर ट्रस्ट का गठन भी हो गया है और अब इसके निर्माण की पूरी जिम्मेदारी ट्रस्ट की है। वह फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं।