आंध्र प्रदेश के विजाग में पुलिस द्वारा एक डॉक्टर को बुरी तरह पीटने का मामला सामने आया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं। डॉक्टर का नाम के. सुधाकर है, जो नसरिपत्तनम सरकारी अस्पताल में सेवारत है।
खास बात ये है कि इसी डॉक्टर ने पिछले महीने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और एन95 मास्क की कमी के बारे में शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि सुधाकर के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं है, उनके हाथों को पीठ के पीछे बांधा गया है और पुलिस द्वारा पीटा जा रहा है।
Andhra doctor tied-up, thrashed by Vizag cops. Cops claim doc psychologically disturbed & drunk. Same doc was suspended by Jagan govt two months ago, when he spoke up against lack of N-95 masks in govt hospital in Narsipatnam. Vizag top cop suspends constable for thrashing doc. pic.twitter.com/aE9vhp38hx
— Paul Oommen (@Paul_Oommen) May 16, 2020
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर आरके मीणा ने कहा, ‘सुधाकर नशे की हालत में थे और उन्होंने पुलिस के साथ बुरा व्यवहार किया। उन्होंने एक कॉन्स्टेबल से मोबाइल फोन छीन लिया और उसे फेंक दिया। स्पष्ट रूप से वे कुछ मनोवैज्ञानिक समस्याओं से पीड़ित हैं।’ हालांकि, कमिश्नर ने यह भी बताया कि जो कांस्टेबल सुधाकर की पिटाई करता दिख रहा है, उसे निलंबित कर दिया गया है।
मीणा ने यह भी कहा कि सुधाकर को अभी मेडिकल जांच के लिए किंग जॉर्ज अस्पताल भेजा गया है। मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद हम भारतीय दंड संहिता की उचित धाराओं के तहत सुधाकर के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे।
ये मामला सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों तेलुगु देशम पार्टी और सीपीआई ने इस घटना की निंदा की और इसे राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति का उदाहरण बताया।