समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के नोएडा जाने पर तंज कसा।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'अच्छा हुआ, दोनों लोग (मोदी और योगी) एक साथ नोएडा पहुंच गए। अब नोएडा पहुंच गए हैं, तो इसका असर भी दिखेगा। हमारे लिए तो यह अच्छा है।'
उन्होंने कहा, 'ईश्वर जो भी करता है, अच्छा ही करता है। नोएडा मेट्रो के उद्घाटन में हमें नहीं बुलाया गया, जबकि काम हमारी सरकार में हुआ था। हमें नहीं बुलाया गया, तो सीएम भी मेट्रो को झंडी नहीं दिखा पाए। यह पहला असर है। आगे भी इसका असर दिखेगा।'
दरअसल 29 साल से नोएडा को लेकर यह मिथक चल रहा था कि जो भी सीएम नोएडा का दौरा करता है, वो दोबारा सत्ता में नहीं आता है मगर योगी ने 25 दिसंबर को नोएडा में जाकर यह मिथक तोड़ा था।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की आत्महत्या के मामले छिपा रही है। आलू खरीदा ही नहीं गया, तभी तो राजधानी तक आ गया और पुलिस सोती रह गई। अब नया आलू आने वाला है। उसके लिए भी कोई इंतजाम नहीं है। किसानों को धान और गन्ने की कीमत तक नहीं मिली। गोरखपुर महोत्सव पर तंज कसते हुए कहा कि विकास के कामों में तो हमारी बराबरी नहीं कर पा रहे हैं, मगर महोत्सव में बराबरी करने की कोशिश कर रहे हैं। अब सैफई की तर्ज पर गोरखपुर में महोत्सव करवाने जा रहे हैं।
अखिलेश ने कहा, 'लोकतंत्र में लिहाज होना चाहिए। मगर भाजपा को न तो कोई शर्म है, न ही लिहाज। हमारी सरकार में किए गए कामों का ही उद्घाटन सरकार कर रही है। कोई भी नया काम सरकार ने नहीं किया। गड्ढामुक्त सड़कों का वादा किया। मगर अपने क्षेत्र में भी सड़कों को गड्ढामुक्त नहीं कर पाए। सरकार को बताना चाहिए कि कितनी फोर लेन सड़कों का काम हुआ है। कानून व्यवस्था के मामले भी यह सरकार पूरी तरह से फेल है।
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी अपने परिवारवाद और जातिवाद को छिपाने के लिए एसपी पर परिवारवादी और जातिवादी पार्टी होने का आरोप लगाती है। उन्होंने कहा कि सीएम को देखना चाहिए कि उनकी पार्टी में कितना परिवारवाद है?