जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर नूर मोहम्मद तांत्रे सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आज मारा गया। 47 वर्षीय तांत्रे घाटी में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था। वह इस साल बीएसएफ कैंप पर हुए आत्मघाती हमले में भी वांछित था।
सेना के एक अधिकारी के इस बात की पुष्टि की कि नूर मोहम्मद तांत्रे उर्फ नूर त्रैल पुलवामा के संबूरा इलाके में मुठभेड़ में मारा गया। उन्होंने बताया कि तांत्रे मात्र तीन फुट का था और उसके शव के साथ हथियार भी मिला है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) मुनीर खान ने बताया कि हमें इस आतंकी के इलाके में मौजूद रहने की सूचना मिली थी। इसके बाद चलाए गए अभियान में वह आज सुबह मारा गया। उसके पास से एक एके 56, पिस्तौल और गोलियां बरामद की गईं।
We came to know of presence of a JeM terrorist who was the mastermind of all attacks carried out by JeM. Encounter continued till early morning, JeM terrorist was killed & one AK-56, pistol and magazines were recovered :IGP Kashmir Muneer Khan on #Pulwama encounter pic.twitter.com/0141XRE1cF
— ANI (@ANI) December 26, 2017
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि तांत्रे का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकी को 2003 में दिल्ली में दर्ज एक मुकदमे में सजा भी सुनाई गई थी। इसके बाद से पह श्रीनगर के सेंट्रल जेल में था और 2015 में पैरोल पर बाहर आया था। इसके बाद वह दक्षिण कश्मीर के त्राल में रहने लगा था और जैश के लिए सक्रिय था। जुलाई 2017 में अरिपल मुठभेड़ में तीन आतंकियों के मारे जाने के बाद वह भूमिगत हो गया था। इसके बाद वह संगठन का मास्टर माइंड बन गया कई आतंकी हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन हमलों में श्रीनगर एयरपोर्ट के पास अक्टूब में हुआ हमला महत्वपूर्ण था। तांत्रे दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके का रहने वाला था।