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राजेंद्र सिंह बोले, 2 लाख 65 हजार गांवों मे पीने का पानी नहीं होना चिंता का विषय

मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित राजेन्द्र सिंह ने कहा कि रिवर और सिवरेज सिस्टम अलग नहीं होने के कारण देश की नदियां मैला ढोने वाली मालगाड़ियां बन गई हैं। देश में 2 लाख 65 हजार गांवों मेंं पीने लायक पानी नहीं होना चिंता का विषय है। उन्‍होंने कहा कि जल तंत्र को बेहतर करने के लिए सघन प्रयास करने होंगे।
राजेंद्र सिंह बोले, 2 लाख 65 हजार गांवों मे पीने का पानी नहीं होना चिंता का विषय

राजेन्द्र सिंह ने  कहा कि राष्ट्रीय नदियो के उदगम स्थल से पांच सौ मीटर और राज्य की नदियों में दौ सौ मीटर दूर तक दोनों किनारों में कोई निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए।  राजेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक भारत में नीर, नारी और नदी का सम्मान था तब तक वो विश्व गुरु रहा। 

छत्‍तीसगढ़ के बिलासपुर में अरपा नदी बचाओ अभियान में भाग लेते हुए पर्यावरण प्रेमियों के बीच उन्‍होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन की रक्षा से ही विकास का लाभ सभी को मिल सकेगा। अंधा उदारीकरण पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला है। पर्यावरण की रक्षा के लिए बुदिध जीवी लोगों को सामने आना होगा। बच्‍चों से लेकर बूढ़ों में जागरुकता लानी होगी। 

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