केरल सरकार ने कहा कि 30 जुलाई को विनाशकारी भूस्खलन की चपेट में आए वायनाड के आदिवासी समुदाय के परिवार सुरक्षित हैं। सरकार ने कहा कि ये आदिवासी परिवार अनुसूचित जाति (एससी) एवं अनुसूचित जनजाति (एसटी) विभाग द्वारा संचालित राहत शिविरों में रह रहे हैं।
राज्य सरकार ने कहा कि वर्तमान में, बच्चों सहित आदिवासी समुदाय के 47 सदस्य विभिन्न राहत शिविरों में हैं। अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र के सभी आदिवासी परिवार वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों में हुए भूस्खलन से बच गए हैं।
राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "एराट्टुकुंड गांव के चार परिवारों का पुनर्वास किया जाएगा। हालांकि अधिकारियों ने उन्हें मेप्पाडी के निकट शिविरों में ले जाने का प्रयास किया, लेकिन परिवारों ने जंगल के अंदर अट्टामाला शिविर में ही रहने में रुचि दिखाई।" साथ ही, कहा कि उनके लिए भोजन, कपड़े और दवाइयां शिविर में ही उपलब्ध कराई जाएंगी।
अधिकारियों ने बताया कि सोचीपारा झरने के पास जंगल के अंदर से बचाया गया छह सदस्यीय परिवार भी अट्टामाला के शिविर में था। विज्ञप्ति में कहा गया है, "बच्चों को पहचान पत्र और अन्य आवश्यक सरकारी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।"