दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत ने कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की जीत को लोकतंत्र की जीत बताया है। एएनआई के मुताबिक, रजनीकांत ने कहा कि कर्नाटक में कल (19 मई) जो हुआ वह लोकतंत्र की जीत थी।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल से समय मांगा और राज्यपाल ने 15 दिन का समय दे दिया जो लोकतंत्र का मजाक था। उन्होंने आगे कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा करता हूं कि इस फैसले ने लोकतंत्र को बरकरार रखा।‘
रजनीकांत ने आगे कहा, '2019 में चुनाव लड़ने का फैसला तब लिया जाएगा जब चुनाव की घोषणा की जाएगी। पार्टी अभी तक लॉन्च नहीं हुई है, लेकिन हम हर चीज के लिए तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के गठबंधन के बारे में बात करना बहुत जल्दबाजी है।'
अभी तक अपने सियासी कार्ड पूरी तरह न खोलने वाले रजनीकांत के बारे में कहा जा रहा था कि उनका रुझान भाजपा की तरफ है लेकिन उनके इस बयान के अहम सियासी मायने हैं।
वहीं, हाल ही में अपनी सियासी पारी शुरू करने वाले दूसरे स्टार कमल हासन ने रविवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से मुलाकात की है। दक्षिण भारत की राजनीति में ये दोनों अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं, इसमें दो राय नहीं है।
आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने विश्वास मत का सामना किए बगैर ही इस्तीफा देने की घोषणा कर दी और इस तरह कर्नाटक में ढाई दिन पुरानी येदियुरप्पा सरकार गिर गई।
कर्नाटक में अब सरकार कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की बनेगी। इसके लिए एचडी कुमारस्वामी बुधवार को शपथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।