कर्नाटक दौरे पर गए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मौजूदा कांग्रेस सरकार पर हमला बोला। शाह ने यहां किसानों के बहाने सिद्धारमैया सरकार की आलोचना की और कहा इस सरकार में किसान मर रहे हैं और सरकार सो रही है लेकिन इस दौरान सिद्धारमैया सरकार को घेरते-घेरते उनकी जुबान से अपनी ही पिछली सरकार के लिए आलोचना के स्वर निकल गए।
दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह सिद्धारमैया सरकार के भ्रष्टाचार को गिना रहे थे। इस दौरान अमित शाह ने कहा, 'मैं भ्रष्टाचार को लेकर डिटेल में नहीं जाना चाहता, लेकिन हाल ही में एक जज की टिप्पणी बताऊंगा। अभी-अभी सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज ने कहा कि भ्रष्टाचार के लिए अगर स्पर्धा कर ली जाए तो येदुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचार में नंबर वन का अवॉर्ड देना पड़ेगा।' यानी अमित शाह मौजूदा मुख्यमंत्री के. सिद्धारमैया की आलोचना कर रहे थे और उनकी जुबान से अपने ही नेता बीएस येदुरप्पा का नाम निकल गया।
बगल में ही बैठे थे येदुरप्पा
अमित शाह जब बोल रहे थे तो उनके दाहिनी तरफ खुद बीएस येदुरप्पा बैठे हुए थे जबकि शाह की बाईं ओर पार्टी के एक और नेता बैठे हुए थे। इस दौरान अमित शाह ने भ्रष्टाचार में सिद्धारमैया की जगह येदुरप्पा सरकार का नाम लिया तो बाईं तरफ बैठे नेता ने उनके कान में इस गलती के बारे में बताया। जिसके बाद शाह को भी इसका एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत खुद को ठीक किया।
राहुल गांधी ने ली चुटकी
भाजपा अध्यक्ष की इस गलती पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुटकी ली। उन्होंने इसका वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा, 'ये भाजपा का सीक्रेट कैंपेन वीडियो है, जिसे भाजपा अध्यक्ष ने हमें गिफ्ट किया है। उन्होंने कहा कि येदुरप्पा सरकार सबसे भ्रष्ट है।'
Now that the BJP IT cell has announced Karnataka elections, time for a sneak preview of our top secret campaign video!
Gifted to us by the BJP President, our campaign in Karnataka is off to a fabulous start. He says Yeddyurappa ran the most corrupt Govt ever...
True. pic.twitter.com/UYqGDZuKyR
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 27, 2018
12 मई को मतदान
बता दें कि सूबे की 224 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 12 मई को मतदान होगा। जबकि 15 मई को वोटों की गिनती होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे। इसके बाद 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जिसके बाद 27 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे।
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