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ड्रग केस: कौन है गैंगस्टर रियाज भाटी? जिसे लेकर नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस में ठनी

ड्रग केस को लेकर जारी राजनीति अब अंडरवर्ल्ड लिंक तक पहुंच गई है। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में...
ड्रग केस: कौन है गैंगस्टर रियाज भाटी? जिसे लेकर नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस में ठनी

ड्रग केस को लेकर जारी राजनीति अब अंडरवर्ल्ड लिंक तक पहुंच गई है। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर अंडरवर्ल्ड से लिंक होने का आरोप लगाया है। इन सबके बीच एक नया नाम रियाज भाटी चर्चा में है। नवाब मलिक ने रियाज से रिश्ते को लेकर फडणवीस से सवाल पूछा है। एनसीपी ने भाजपा नेताओं के साथ रियाज की फोटो भी शेयर की है। वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए रियाज भाटी की एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे समेत अन्य नेताओं के साथ शेयर की है। तो जानते हैं कि आखिर रियाज भाटी कौन है, जिसे लेकर  नवाब मलिक और फणडवीस में ठनी  है।

आजतक की खबर के मुतबाकि, भाटी एक कुख्यात गैंगस्टर है जिसका दाऊद इब्राहिम गिरोह से सीधा संबंध है। भाटी के ऊपर रंगदारी, जमीन हड़पने, धोखाधड़ी जालसाजी और फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं। 2015 और 2020 में फर्जी पासपोर्ट की मदद से अदालती आदेशों का उल्लंघन कर देश से भागने की कोशिश करने के दौरान उसे गिरफ्तार किया जा चुका है।

 

खबर के मुताबिक, जुलाई में गोरेगांव में दर्ज एक परमबीर सिंह और सचिन वाजे पर दर्ज एक मामले में भाटी सह आरोपी है। सूत्रों के मुताबिक, वाजे के कहने पर भाटी बार और रेस्टोरेंट से वसूली करता था और उसे वाजे को देता था। इस मामले में उसकी अग्रिम जमानत कोर्ट ने सितंबर में रद्द कर दी थी। तब से वह फरार है, जबकि मामले की जांच कर रही पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।

 फरवरी 2020 में भाटी को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जमानत के संबंध में आदेशों का उल्लंघन करने पर रोक लिया गया था, वह सउदी अरब भागने की फिराक में था। इससे पहले उसे 2015 में भी एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था। तब वह साउथ अफ्रीका भागने की कोशिश में था। उस वक्त उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हुआ था। पुलिस ने 2013 में भाटी को गिरफ्तार किया था, वह फेक पासपोर्ट के जरिए भागने की कोशिश कर रहा था।

उस पर 2006 में मलाड में भूमि हड़पने और धमकी देने का मामला दर्ज किया गया था। उसने दाऊद इब्राहिम गिरोह के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल करके जमीन पर कब्जा किया था। खंडाला में उसके खिलाफ दो फायरिंग और धमकी देने के मामले भी दर्ज हैं। 

 

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