हरियाणा में करगिल शहीद की पत्नी के पास आधार कार्ड नहीं होने पर अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया। इससे उनकी मौत हो गई। यह मामला हरियाणा के सोनीपत का है। महिला के बेटे का आरोप है कि वह नाजुक हालत में अपनी मां को अस्पताल लेकर आया था, लेकिन अस्पताल ने उनसे आधार कार्ड लेकर आने को कहा। आधार कार्ड नहीं होने पर उन्होंने मोबाइल पर उसकी कॉपी दिखाई। इसके बावजूद अस्पताल ने उसकी मां का इलाज नहीं किया, जिससे उनकी मौत हो गई।
Wife of a Kargil martyr dies at a hospital in Haryana's Sonipat, claims son; says "I brought my mother in a serious condition to the hospital. They asked me to get the Aadhaar card, but I didn't have it then so I showed them a copy in my phone" pic.twitter.com/Vm1ZmgzGZN
— ANI (@ANI) December 29, 2017
एएनआई के मुताबिक, करगिल युद्ध में शहीद हवलदार लक्ष्मण दास की पत्नी की तबीयत काफी बिगड़ गई थी। उसके बाद उनके बेटे अपनी मां को सोनीपत के हॉस्पिटल लेकर गए थे। यह घटना गुरुवार शाम की है। उनके बेटे पवन कुमार कहना है कि उन्होंने कहा कि एक घंटे में वह आधार कार्ड लेकर आ जाएंगे, तब तक इलाज शुरू की जाए। लेकिन अस्पताल ने ऐसा करने से मना कर दिया।
अस्पताल ने आरोपों से किया इनकार
उधर, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हमने इलाज करने से कभी मना नहीं किया। हमने आधार की वजह से इलाज नहीं करने से कभी मना नहीं किया। यह कागजी कार्रवाई के लिए जरूरी है, लेकिन इलाज के लिए नहीं।
मामले की जांच की मांग
एएनआई के मुताबिक, मामले में शहीद जवानों के परिवार के ओर से जांच की मांग की गई है। करगिल में शहीद कैप्टन विजयंत थापर के पिता वीएन थापर ने इस घटना को अमानवीय बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह के ममालों से सैन्य बलों का मनोबल गिरेगा।