पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को ईद के अवसर पर कहा कि वह राज्य में सीएए, एनआरसी और समान नागरिक संहिता लागू नहीं होने देंगी।
ईद-उल-फितर के अवसर पर कोलकाता में एक सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग चुनाव के दौरान "दंगा कराने" की कोशिश करेंगे और कार्यक्रम में भाग लेने वालों से "साजिश का शिकार न होने" का आग्रह किया।
बता दें कि ईद-उल-फितर रमज़ान के उपवास महीने की समाप्ति का प्रतीक है।
बनर्जी ने रेड रोड पर सभा को संबोधित करते हुए कहा, "हम नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और समान नागरिक संहिता को स्वीकार नहीं करेंगे। अगर हम एकजुट होकर रहेंगे तो कोई हमें नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा।"
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी टीएमसी की लड़ाई बीजेपी के खिलाफ है। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, "हम इंडिया ब्लॉक के बारे में बाद में फैसला करेंगे। लेकिन बंगाल में कृपया देखें कि कोई वोट किसी अन्य पार्टी को न जाए।"
उन्होंने "विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल" करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार की भी आलोचना की। ईद मिलन समारोह में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी भी उनके साथ थे।