इस विश्वस्तरीय मेले का उद्घाटन केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा करेंगे। समारोह की अध्यक्षता दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग करेंगे, जबकि जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती मुख्य अतिथि होंगी। इस आयोजन को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पर्यटन को पुनर्जीवित करने की मजबूत कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। पर्यटन के बढ़ने से घाटी में विकास की धारा बहेगी। इससे घाटी और देश के अन्य भागों में रहने वाले लोगों के बीच संबंध मजबूत होंगे और आपसी मेलजोल बढ़ेगा। पर्यटन की इस पहल से लोगों के कश्मीर से जुड़ाव का स्पष्ट और बड़ा संदेश जाएगा। इसके साथ ही पीडीपी-भाजपा सरकार और निजी क्षेत्र दोनों मिलकर सर्दियों के पर्यटन को पूरे राज्य में प्रमोट करने को उत्साहित होंगे।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में दिल्ली टूरिज््म अपना विज्ञापन अभियान भी शुरू करेगा। इस मौके पर बीआईटीबी कुछ ऐसे भारतीय आइकॉन्स को सम्मानित भी करेगा, जिन्होंने अपने व्यक्तिगत-संस्थागत प्रयासों से वैश्विक पर्यटन प्रोत्साहित किया है। इस तीन दिवसीय मेले के जरिये खरीद-फरोख्त का एक बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। नेतृत्वकारी उद्योगों द्वारा यहां छह पावर कॉंक्लेव भी मौजूद होंगे। यह कॉंक्लेव पारंपरिक और व्यापारिक दोनों तरह के होंगे, जिनमें हवाई, चिकित्सा जैसे पुराने व्यवसायों के साथ ही प्रौद्योगिकी विकास, मेक इन इंडिया जैसे नए प्रोजेक्ट का प्रजेन्टेशन होगा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था पर नया असर डाल रहे हैं। प्रौद्योगिकी के वैश्विक नेतृत्व और सहयोग से संबंधित यह प्रायोजन पहली बार भारत में ही किया जा रहा है।
तकनीक वैश्विक पर्यटन का नया संचालक है और भारत उसको पकड़ना चाहता है। डीआईपीपी सपोर्टेड, मेक इन इंडिया पर्यटन सेक्टर का एक नया कार्यक्रम है। इस बारे में आयोजकों का कहना है कि वे इस सवाल को लेकर आगे बढ़ रहे हैं कि भारतीय उद्योग कैसे वैश्विक स्तर प्राप्त कर सकते हैं और कैसे अपना अनुभव विश्व से साझा कर सकते हैं। इस मेले में देश के 15 राज्यों और करीब 20 विश्वस्तरीय उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। बीआईटीबी का फोकस भारतीय खरीद पर है और करीब 800 भारतीय खरीदार इसमें शामिल हो रहे हैं। इसमें किसी भी बी-2-बी इवेंट की सर्वोच्च स्तरीय खरीद की संभावना है। आईटीबी, बर्लिन पिछले 50 वर्षों से विश्व का अग्रणी आयोजक रहा है।