सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी श्रीनगर पहुंच गए हैं।उन्होंने कोर्ट से अपनी पार्टी के विधायक और दोस्त एमवाई तरीगामी से मिलने की अनुमति मांगी थी, जिसके बाद कोर्ट ने येचुरी को जम्मू-कश्मीर दौरे की सशर्त इजाजत दे दी है।
बुधवार को कोर्ट ने येचुरी के दौरे पर अंकुश लगाते हुए आदेश दिया कि यह दौरा राजनीतिक कारण से नहीं बल्कि केवल मित्र के तौर पर पार्टी नेता युसुफ तारीगामी से मुलाकात के लिए होगी। इस दौरान येचुरी कुछ और काम नहीं कर पाएंगे। बता दें कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में जम्मू-कश्मीर के स्पेशल स्टेटस व अनुच्छेद-370 को हटाने के केंद्र सरकार के निर्णय को चुनौती देने वाले याचिकाओं पर सुनवाई की गई।
येचुरी ने पहले भी जम्मू-कश्मीर जाने की कोशिश की थी
बता दें कि येचुरी ने पहले भी जम्मू-कश्मीर जाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था। उस वक्त भाकपा के डी राजा भी येचुरी के साथ थे। उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया था। यह जानकारी सीपीआई (एम) ने ट्वीट करके दी थी।
पार्टी इकाई के सदस्यों के परिवारों से मुलाकात के लिए जम्मू-कश्मीर गए थे येचुरी
येचुरी पार्टी की राज्य इकाई के सदस्यों के परिवारों से मुलाकात करने जम्मू एवं कश्मीर गए थे। सीताराम येचुरी और डी राजा ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक को पहले पत्र लिख कर अपनी यात्रा के बारे में सूचित किया था। सीपीआई(एम) ने ट्वीट किया किया था, 'सीताराम येचुरी को श्रीनगर हवाई अड्डे पर हिरासत में रखा गया है और उन्हें कहीं भी नहीं जाने दिया जा रहा। उन्होंने पहले प्रशासन को सूचित किया था कि वह सीपीआईएम विधायक एमवाई तारीगामी से मिलने जाएंगे, जिनकी तबीयत खराब है। इसके अलावा उन्होंने बाकी पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने की भी जानकारी दी थी। हम अवैध रूप से उन्हें हिरासत में लिए जाने का कड़ा विरोध करते हैं।'
गुलाम नबी आजाद को श्रीनगर हवाई अड्डे पर रोका गया था
गौरतलब है कि गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को भी श्रीनगर हवाई अड्डे पर रोक दिया गया था। जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को केन्द्र सरकार द्वारा निष्प्रभावी घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस नेता कश्मीर घाटी के हालात का जायजा लेने के लिए वहां पहुंचे थे। इनके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी पार्टी नेताओं के साथ जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे लेकिन उन्हें भी श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था।