मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधायिका के सदस्यता हेतु आज मंगलवार को विधान परिषद् का नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया। साथ ही दो अन्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन राजा ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया। वे अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे।
Lucknow: CM Yogi Adityanath, Dy CMs KP Maurya & D Sharma, ministers SD Singh & M Raza file nominations for bypolls to UP Legislative Council pic.twitter.com/gah18eVB6A
— ANI UP (@ANINewsUP) September 5, 2017
नियमानुसार, किसी भी मंत्रिमंडल सदस्य का प्रदेश की विधान सभा अथवा विधान परिषद् का सदस्य होना अावश्यक है और यह सदस्यता मंत्री पद ग्रहण करने के 6 महीने के अन्दर होनी चाहिए। क्योंकि, योगी मंत्रिमंडल ने 19 मार्च, 2017 को शपथ ग्रहण किया था, इसलिए उनके पास 18 सितम्बर तक यह प्रक्रिया पूरी करने की बाध्यता थी।
जहां योगी गोरखपुर से सांसद रहे हैं, वहीं मौर्या फूलपुर (इलाहबाद) से सांसद रहे हैं। शर्मा लखनऊ के मेयर रह चुके हैं। विधान परिषद् की सदस्यता के साथ ही योगी और मौर्या की लोकसभा सीट रद्द हो जाएगी। इन सीटों पर फिर से चुनाव होंगे।
पिछले एक महीने के दौरान, प्रदेश में 6 विधान परिषद् सदस्यों नें अपना इस्तीफा सौपा है, जिसमे 5 मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी और एक सदस्य बहुजन समाज पार्टी का है।
सपा के सदस्य हैं बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, सरोजिनी अगरवाल, अशोक बाजपेई और अम्बिका चौधरी। इस्तीफा देने वाले बसपा सदस्य हैं ठाकुर जयवीर सिंह। अम्बिका चौधरी को छोड़ कर बाकी पांचों नें सत्तारूढ़ भरतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है।
इसके पहले, चुनाव आयोग नें विधान परिषद् की पांच सीटों पर चुनाव की अधिसूचना अगस्त 29 को जारी कर दी थी। नामांकन भरने की अंतिम तारीख सितम्बर 5 तक है।
नामांकन पत्रों की जांच सितम्बर 6 को होगी, और नामांकन वापस लेने कि अंतिम तिथि सितम्बर 8 है। इन सीटों के लिए मतदान सितम्बर 15 को होंगे और वोटों की गिनती भी उसी दिन शाम को पूरी हो जाएगी।