वीरेंद्र सिंह रावत
राजीव कुमार अभी कुछ दिनों पूर्व ही अपनी केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त हो कर अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश वापास आये थे। कल ही उन्होंने योगी से मुलाकात भी की थी। मुख्य सचिव के पद के साथ साथ उन्हें प्रमुख स्थानीय आयुक्त, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है। अभी तक कुमार केंद्रीय जहाजरानी विभाग के सचिव के रूप में तैनात थे और उनकी गिनती ईमानदार अधिकारी के रूप में होती थी। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से पूर्व, वो उत्तर प्रदेश में कई महत्त्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राहुल प्रसाद भटनागर, जो कि योगी के सत्ता में आने से पूर्व ही राज्य में अफसरशाही के मुखिया थे, को अध्यक्ष ग्रेटर नॉएडा, गौतमबुद्ध नगर एवं निवेश आयुक्त, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली के रूप में स्थानातरित किया गया है। इसके अलावा, उनसे अध्यक्ष, पिकप, उत्तर प्रदेश, एवं अवस्थापना एवं आद्योगिक विकास आयुक्त, उत्तर प्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार भी वापस ले लिया गया है।
सरकार नें डॉ प्रभात कुमार, आयुक्त, मेरठ और अध्यक्ष यमुना एक्सप्रेसवे आद्योगिक विकास प्राधिकरण, गौतमबुद्ध नगर से उनका अध्यक्ष ग्रेटर नॉएडा, गौतमबुद्ध नगर का अतिरिक्त कार्यभार वापस ले लिया है। इसी तरह, देवाशीष पांडा से स्थानीय आयुक्त, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली और मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नॉएडा, गौतमबुद्ध नगर से भी उनका निवेश आयुक्त, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली का अतिरिक्त कार्यभार वापस ले लिया गया है।
अपने 100 दिन पूरे होने पर प्रदेश की अफसरशाही में इस फेरबदल से योगी ने एक सन्देश देने की कोशिश की है की अब कोई लापरवाही नहीं चलेगी क्योंकि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार की काफी किरकिरी हो रही है।
कुल मिलाकर, राज्य सरकार ने आज 44 आईएएस और 6 पीसीएस अफसरों का स्थानांतरण किया है या फिर प्रतीक्षारत अधिकारीयों को नई तैनाती दी है।