योगी आदित्यनाथ सरकार फिल्म उद्योग के माध्यम से ‘ब्रांड UP’ के प्रचार और प्रसार की योजना बना रही है। इस परिपेक्ष में, योगी सरकार लखनऊ में फरवरी 2018 में गोवा फिल्म फेस्टिवल की तर्ज पर एक भव्य ‘फिल्म बाजार’ कार्यक्रम का आयोजान करेगी, जिसमें फिल्म जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियां शिरकत करेंगी और प्रदेश में फिल्म निर्माण की संभावनाओं और उनके उपयोग पर चर्चा करेंगी।
उत्तर प्रदेश फिल्म बन्धु के अध्यक्ष तथा प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी के अनुसार, यह आयोजन फरवरी 2018 के तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस नॉलेज सीरीज में फिल्म निर्माताओं से प्राप्त फीडबैक के आधार पर प्रदेश की फिल्म पॉलिसी में आवश्यक सुधार/संशोधन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फिल्म संबंधित औपचारिकताएं/सुविधाएं एक ही स्थान से उपलब्घ कराने हेतु शीघ्र ही सिंगल विन्डों सिस्टम लागू किए जाने का भी प्रस्ताव है। अवस्थी ने यह विचार मंगलवार को गोवा में नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा 21-24 नवम्बर तक चलने वाले फिल्म बाजार में देश-विदेश से आए फिल्म निर्माताओं, निदेशकों व लेखकों आदि को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उप्र इस आयोजन में एसोसिएट स्पोंसर भी है।
अवनीश कुमार ने कहा कि यूपी में अच्छी लोकेशन्स के साथ-साथ अच्छी प्रतिभाएं भी हैं, वहीं फिल्म बन्धु का एक ठोस आधार भी उनकी सहायता हेतु उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को सांस्कृतिक गतिविधियों के केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश फिल्म बन्धु के अध्यक्ष ने कहा कि फिल्म निर्माण हेतु प्रदेश सरकार अनेक सहूलियतें देती है। प्रदेश में निर्मित होने वाली फिल्मों के लिए अधिकतम 3.75 करोड़ रुपये सब्सिडी देय है, वहीं अनुदान के सम्बन्ध में ऑनलाइन आवेदन की सुविधा है।
फिल्म में प्रदेश के कलाकारों को अवसर देने पर 50 लाख रुपये तक की सब्सिडी का प्रावधान है। फिल्म ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की स्थापना करने पर 50 लाख रुपये तक के अनुदान की व्यवस्था है। फिल्म निर्माताओं को शूटिंग की सुविधा हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तर पर फिल्म फैशिलिटेशन कमेटी गठित है।