दरअसल, राज्यसभा सांसद स्वामी चाहते हैं कि जीएसटी को जुलाई 2019 तक के लिए टाल दिया जाए। जीएसटी को लेकर वह दुनियाभर में प्रसिद्ध वॉटरलू युद्ध का संदर्भ दे रहे हैं, जिसमें 'अजेय' नेपोलियन को हार का सामना करना पड़ा था।
सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने एक महीने पहले पीएम नरेंद्र मोदी को 16 पन्नों की चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने अर्थव्यवस्था और जीडीपी में गिरावट को लेकर 6 संकेतों का जिक्र किया था। हालांकि स्वामी ने इस ट्वीट में लिखा कि मौजूदा हालात में भी अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सकता है।
एक अन्य ट्वीट में स्वामी ने लिखा कि वर्तमान आर्थिक हालात और पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा के सुझावों को देखते हुए जीएसटी को जुलाई 2019 तक के लिए टाल देना चाहिए, वरना यह वॉटरलू साबित होगा। स्वामी पहले भी जीएसटी को लेकर क्रिटिकल रह चुके हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में पश्चिम बंगाल के वित्तमंत्री अमित मित्रा ने जीएसटी को पेश करने के लिए तय तारीख को टालने के लिए केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी चिट्ठी लिखी। उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा कि फिलहाल हमें इंडस्ट्री की तैयारी और जीएसटीएन को लेकर गंभीर शंकाए हैं।
In view of the economic situation and WB FM Mitra's warning on GST, I think govt should defer GST to July 2019. Otherwise Waterloo
— Subramanian Swamy (@Swamy39) 1 June 2017
A month ago I sent to PM 16 page ltr about 5 storm signals from the economy & deceleration in GDP. Economy can however be course-corrected
— Subramanian Swamy (@Swamy39) 1 June 2017