भारत निर्वाचन आयोग ने तेलंगाना में लोकसभा चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को अधिसूचना जारी कर दी जिसके बाद नामांकन प्रक्रिया शुरु हो जाएगी तथा उम्मीदवार अपने अपने नामांकन दाखिल कर सकेंगे। तेलंगाना की सभी 17 लोकसभा सीटों पर 13 मई को मतदान होगा और चार जून को मतगणना की जाएगी। नामांकन पत्र 18 अप्रैल से 25 अप्रैल तक स्वीकार किए जाएंगे जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल है।
तेलंगाना भाजपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बंदी संजय कुमार और वरिष्ठ नेता एताला राजेंद्र भगवा पार्टी के उम्मीदवारों में से हैं, जबकि कांग्रेस ने अन्य लोगों के अलावा दानम नागेंद्र और के काव्या को मैदान में उतारा है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले हैदराबाद सीट से इस बार भी चुनाव लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नये चेहरे पर दांव खेलते हुए माधवी लता को हैदराबाद से उम्मीदवार बनाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पार्टी के टिकट पर, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी आर.एस प्रवीण कुमार और वर्तमान सांसद नामा नागेश्वर राव भी चुनाव मैदान में हैं।
भाजपा और बीआरएस ने पहले ही राज्य में 17 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी जबकि कांग्रेस ने अब तक 14 उम्मीदवारों की सूची जारी की है।
तेलंगाना का लोकसभा चुनाव भाजपा, कांग्रेस और बीआरएस तीनों के लिए महत्वपूर्ण है। खासकर बीआरएस के लिये यह इसलिए अहम है क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, साथ ही कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। ऐेसे में बीआरएस अस्तित्व के संकट का सामना कर रही है।
यह चुनाव मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर पार्टी अधिक सीटें जीतने में कामयाब रही तो उनकी स्थिति मजबूत हो जाएगी। पिछले लोकसभा चुनाव में बीआरएस (तब टीआरएस) ने नौ सीटें, भाजपा ने चार, कांग्रेस ने तीन और एआईएमआईएम ने एक सीट जीती थी।