कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब उन लोगों को महत्व नहीं देते जिन्होंने उन्हें सत्ता दिलाने में अहम भूमिका निभाई। खड़गे ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोगों को धर्म के नाम पर लूट रही है। उन्होंने असम के नगांव जिले में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ रैली में कहा कि प्रधानमंत्री हिटलर की तरह ‘अकेले शासन करना चाहते हैं, अकेले पूजा करना’ चाहते हैं।
उन्होंने सोमवार को अयोध्या स्थित राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से प्रधानमंत्री के प्रमुख सहयोगियों को कथित तौर पर बाहर रखे जाने का स्पष्ट जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आज, मोदी अंदर हैं और जिन्होंने उन्हें सत्ता में पहुंचाया वे बाहर हैं।’’ खड़गे ने इस बात का निर्णय सरकार द्वारा लिए जाने पर सवाल उठाया कि गर्भगृह में कौन मौजूद रह सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘क्या सभी देवताओं पर एक ही व्यक्ति का अधिकार है। आप किसी को रोकने वाले कौन होते हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप सबकुछ खुद करते हैं, तो दूसरों से वोट क्यों मांगते हैं, उन्हें क्यों डराते हैं? यह देश, लोकतंत्र, संविधान के लिए अच्छा नहीं है।’’ खड़गे ने प्रतिष्ठा समारोह से पहले विभिन्न मंदिरों में जाने को लेकर मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘(पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल) नेहरू जी के लिए तीर्थयात्रा का मतलब बांध बनाना, औद्योगीकरण और किसानों के लिए काम करना था। मोदी की तीर्थयात्रा का मतलब मंदिरों के दर्शन करने में व्यस्त रहना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह घर पर पूजा क्यों नहीं कर सकते? इन दिनों वह दक्षिण की ओर बहुत जा रहे हैं, शायद इसलिए क्योंकि वहां धूप है और उत्तर में ठंड है।’’ खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के लिए यह यात्रा एक तपस्या है। उन्होंने कहा कि कोई भी अन्य नेता पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा और फिर मणिपुर से मुंबई तक यात्रा नहीं करेगा।उन्होंने मोदी की लक्षद्वीप की हालिया यात्रा का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा, ‘‘कोई समुद्र या झीलों में डुबकी लगाने में व्यस्त है लेकिन उनके पास बेरोजगारी के आंकड़े, मुद्रास्फीति दर और देश की स्थिति को देखने का समय नहीं है।’’
खड़गे ने भाजपा पर धर्म के नाम पर लूट का आरोप लगाते हुए ‘राम नाम जपना पराया माल अपना’ कहावत का जिक्र किया।उन्होंने कहा, ‘‘क्या पहले राम भक्त नहीं थे। क्या मंदिर नहीं बनते थे। मैंने विष्णु के नौवें अवतार बुद्ध का एक बड़ा मंदिर बनवाया था। हमारे देश में विविधता में एकता है और वे इसे तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।’’