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द.अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ ट्रंप की बैठक नाटकीय रही, श्वेत किसानों की हत्या का मुद्दा उठाया

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बुधवार को...
द.अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ ट्रंप की बैठक नाटकीय रही, श्वेत किसानों की हत्या का मुद्दा उठाया

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बुधवार को हुई बैठक नाटकीय रही जिसमें ट्रंप ने श्वेत किसानों की हत्या किए जाने और उन्हें निशाना बनाए जाने का आरोप लगाया।

रामाफोसा नए व्यापार समझौते करने की उम्मीद लेकर आए लेकिन ट्रंप बैठक में इन ‘‘आधारहीन’’ आरोपों पर बात करना चाहते थे कि रामाफोसा के देश में श्वेत किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है एवं उनकी हत्याएं की जा रही हैं।

ट्रंप ने कक्ष में रखे टेलीविजन की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया जिस पर एक वीडियो दिखाया गया। लगभग चार मिनट के लिए वीडियो में अश्वेत नेताओं को श्वेत दक्षिण अफ्रीकी लोगों पर हमला करने के संबंध में रंगभेद विरोधी नारे लगाते दिखाया गया। इनमें एक भी नेता रामाफोसा की सरकार या राजनीतिक दल का नहीं था।

वीडियो के अंत में पंक्तियों में लगे सफेद क्रॉस को दिखाया गया। ट्रंप ने कहा कि ये क्रॉस मारे गए श्वेत किसानों का प्रतीक हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक भयानक दृश्य है। मैंने पहले ऐसा कुछ कभी नहीं देखा।’’

रामाफोसा ने इस पर संदेह व्यक्त किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानना चाहता हूं कि यह कहां हुआ? क्योंकि मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा।’’

इस घटना ने ‘ओवल ऑफिस’ (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) में लगभग तीन महीने पहले हुई ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की बैठक की याद दिला दी जिसमें दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई थी।

ट्रंप ने वीडियो के अलावा कुछ कागज भी दिखाए और कहा कि ये श्वेत किसानों पर हमलों संबंधी रिपोर्ट के ‘प्रिंटआउट’ हैं।

ट्रंप ने कहा, ‘‘मौत। मौत। भयानक मौत।’’

उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने दर्जनों श्वेत अफ्रीकी लोगों का शरणार्थी के रूप में अमेरिका में स्वागत किया है क्योंकि उन्हें अपने देश में भेदभाव और हिंसा का सामना करना पड़ता है।

रामाफोसा ने दक्षिण अफ्रीका में नरसंहार के आरोपों को खारिज किया। दक्षिण अफ्रीका का रंगभेद से जूझने का दर्दनाक इतिहास रहा है।

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