अमेरिकी सरकार ने भारतीय और अन्य विदेशी छात्रों को चेतावनी दी है कि यदि वे बिना सूचना के अपनी पढ़ाई छोड़ते हैं या नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित नहीं होते हैं, तो उनका छात्र वीजा रद्द किया जा सकता है। यह चेतावनी हाल ही में अमेरिका द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान के बाद आई है, जिसमें जनवरी 2025 से अब तक 682 भारतीय नागरिकों को देश से निकाला गया है।
अमेरिकी दूतावास ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "यदि आप अपनी पढ़ाई छोड़ते हैं, कक्षाएं छोड़ते हैं, या बिना सूचना के अपने अध्ययन कार्यक्रम से बाहर निकलते हैं, तो आपका छात्र वीजा रद्द किया जा सकता है, और आप भविष्य में अमेरिकी वीजा के लिए अयोग्य हो सकते हैं।" इसलिए, छात्रों को अपने वीजा की शर्तों का पालन करने और अपने छात्र स्थिति को बनाए रखने की सलाह दी गई है।
इस चेतावनी के साथ-साथ, अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) ने ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) वीजा पर रहने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को भी आगाह किया है कि यदि वे अपने रोजगार की जानकारी 90 दिनों के भीतर नहीं देते हैं, तो उनकी कानूनी स्थिति को स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विज़िटर इंफॉर्मेशन सिस्टम (SEVIS) में रद्द किया जा सकता है।
इसके अलावा, अमेरिकी दूतावास ने भारतीय प्रवासियों को भी चेतावनी दी है कि यदि वे अपनी अधिकृत अवधि से अधिक समय तक अमेरिका में रहते हैं, तो उन्हें निर्वासित किया जा सकता है और भविष्य में अमेरिका की यात्रा पर स्थायी प्रतिबंध लग सकता है।
इन नीतियों के चलते, कई अमेरिकी कॉलेजों ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अमेरिका के बाहर यात्रा करने से बचने की सलाह दी है, ताकि वीजा रद्द होने के जोखिम को कम किया जा सके।
इन कड़े नियमों और चेतावनियों के बीच, भारतीय छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वीजा की शर्तों का कड़ाई से पालन करें और किसी भी परिवर्तन की स्थिति में अपने शैक्षणिक संस्थानों को तुरंत सूचित करें, ताकि उनकी कानूनी स्थिति सुरक्षित रह सके।