हाथरस के जिलाधिकारी पर गैंगरेप पीड़िता के परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता के परिवार वालों ने प्रशासन पर धमकाने और दबाव डालने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्विटर पर वीडियो साझा कर इस पर सवाल उठाए हैं।
वीडियो में एक महिला कहती दिख रही हैं कि कि हमसे बोला गया कि तुम्हारी लड़की अगर कोरोना से मर जाती तो मुआवजा मिल जाता क्या। हमें धमकियां मिल रही हैं। पापा को धमकाया जा रहा है। उस वक्त हालात ऐसे थे कि जो मन में आ रहा था हम लोग बोल रहे थे। अब ये लोग हमें यहां रहने नहीं देंगे।
हालांकि मीडिया में वायरल वीडियो पर अब तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
वीडियो को ट्विटर पर साझा करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा, ग़रीब-दलित-आदिवासी की आवाज़ दबाओगे, सच कब तक छुपाओगे, और कितनी बेटियाँ चुपके-से जलाओगे? अब देश की आवाज़ रोक ना पाओगे!
हालांकि इस पर जिलाधिकारी पी.के. लक्षकार ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कल पीड़ित परिवार के 6 सदस्यों के साथ बैठकर 1 से 1.5 घंटे तक मेरी बातचीत हुई। उन्होंने सभी मांगों पर सहमति दी। उनपर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं था। हमारे पास बातचीत का वीडियो भी है।
उन्होंने कहा कि मुझे आज पता चला कि पीड़ित परिवार किसी बिन्दु पर खुश नहीं है तो मैं आज उनसे फिर मिलने गया था। मैंने उनकी नाराज़गी जानने की कोशिश की। जो नकारात्मक ख़बरें चलाई जा रही हैं, मैं उनका खंड़न करता हूं।