उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में तैनात 13 चुनावकर्मियों की तेज बुखार और उच्च रक्तचाप के कारण मौत हो गई। क्षेत्र में भीषण गर्मी के बीच 23 अन्य को मिर्जापुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोनभद्र जिले में चुनाव ड्यूटी पर तैनात तीन और लोगों की संदिग्ध हीटस्ट्रोक से मौत हो गई तथा आठ लोग बीमार हो गए।
मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राज बहादुर कमल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि होमगार्ड के सात जवान, तीन सफाई कर्मचारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात एक क्लर्क, एक चकबंदी अधिकारी और होमगार्ड दल के एक चपरासी की मौत हो गई। ये सभी चुनाव ड्यूटी पर थे। उन्होंने बताया कि मौतों के वास्तविक कारण का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो उन्हें तेज बुखार और उच्च रक्तचाप की शिकायत थी।
हालांकि, होमगार्ड्स कमांडेंट बीके सिंह ने बताया कि सात मृतक जवानों में से पांच चुनाव ड्यूटी पर थे, जबकि दो कानून व्यवस्था ड्यूटी पर थे।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल कमल ने बताया, "13 मृतकों में से चार को मृत अवस्था में लाया गया था। इन चार में से दो होमगार्ड के जवान थे। मरने वाले सात होमगार्ड जवानों में से पांच की मौत 20-25 मिनट के अंतराल में अस्पताल लाए जाने के बाद हो गई। मृतक होमगार्ड जवान 50-55 आयु वर्ग के थे।" उन्होंने बताया कि अभी तक 23 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से एक प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) का जवान, एक अग्निशमन सेवा का जवान और एक सिविल पुलिस का जवान है।
कमल ने कहा, "सभी को तेज बुखार था। लगभग सभी में उच्च रक्तचाप और उच्च शर्करा स्तर था। अधिकांश होमगार्ड जवानों में सह-रुग्णता की स्थिति थी। मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चलेगा।"
मिर्जापुर के डिविजनल मेडिकल कॉलेज के मुख्य अधीक्षक डॉ. तरुण सिंह ने बताया कि होमगार्ड समेत 23 चुनाव कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक मरीज को इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया है। पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में असामान्य रूप से उच्च तापमान देखा जा रहा है। शनिवार को मिर्जापुर में मतदान होना है।
पुलिस अधीक्षक (मिर्जापुर) अभिनंदन ने एक्स पर एक वीडियो संदेश में कहा, "मिर्जापुर जिले में एक जून को लोकसभा चुनाव होने हैं। आज पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया है। इस दौरान छह होमगार्डों की दुखद मौत हो गई। इनमें दो गोंडा जिले के हैं। एक प्रयागराज, एक बस्ती, एक कौशांबी और एक मिर्जापुर जिले का है।" उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है।
इस बीच, मिर्जापुर के होमगार्ड्स कमांडेंट बीके सिंह भर्ती जवानों का हालचाल पूछते और उन्हें सांत्वना देते नजर आए। उन्होंने पीटीआई से कहा, "आज पोलिंग पार्टियों की आवाजाही पॉलिटेक्निक से होनी थी। हमारे जवान (लोकसभा) चुनाव के छह चरणों में अपनी ड्यूटी निभाने के बाद यहां आए हैं। वे थके हुए थे। गर्मी इतनी तेज है कि अगर वे पानी भी पी लें और कुछ कदम भी चलें तो उनके होंठ सूख जाएंगे।"
"जवान इस गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पाए। और यह सब घटना एक से डेढ़ घंटे के अंतराल में हुई। और तब तक हमारे 6-7 जवान शहीद हो चुके थे।" सिंह ने कहा, "इनमें से दो गोंडा, दो प्रयागराज, एक बस्ती और दो मिर्जापुर जिले के थे। मिर्जापुर के दो होमगार्ड जवान शांति व्यवस्था ड्यूटी पर थे, न कि चुनाव ड्यूटी पर।"
सिंह ने कहा कि उन्होंने स्वयं शिविर में जवानों को ओआरएस तरल पदार्थ दिया, लेकिन गर्मी बहुत अधिक थी। सिंह ने कहा, "यह 19 अप्रैल (जब चुनाव का पहला चरण हुआ था) से जारी है...यह एक थकाऊ यात्रा का परिणाम है।"
मिर्जापुर में चुनाव कर्मियों की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार से अपनी चुप्पी तोड़ने और उन परिवारों को राहत प्रदान करने की मांग की जो “कुप्रबंधन के कारण बर्बाद हो गए हैं”।
उन्होंने सरकार से तत्काल पीड़ित परिवारों के लिए पांच-पांच करोड़ रुपये का मुआवजा घोषित करने तथा गर्मी के कारण बीमार पड़े अन्य सभी श्रमिकों को सर्वोत्तम उपचार उपलब्ध कराने की मांग की।
सोनभद्र में जिला मजिस्ट्रेट चंद्र विजय सिंह ने बताया कि दोपहर में सोनभद्र के प्रशासनिक मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज से मतदान कर्मियों को मतदान ड्यूटी के लिए भेजा जा रहा था, तभी उनमें से 11 अचानक बीमार पड़ गए। उन्हें तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया जहां नित्यानंद पांडे (50) और 35 वर्षीय एक मतदान कर्मी की मौत हो गई।
जिला सूचना विभाग (सोनभद्र) के अनुसार, बस मालिक/चालक संतोष कुमार (55) की भी मौत हो गई। मृतक घोरावल विधानसभा क्षेत्र में मतदान दल लेकर जा रहा था, तभी उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। उसे एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सिंह ने बताया कि आठ चुनाव कर्मियों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि मौतों का वास्तविक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि लक्षण हीट स्ट्रोक के प्रतीत होते हैं। सिंह ने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।
राज्य में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 1 जून (शनिवार) को मिर्जापुर और सोनभद्र लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है।