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लखीमपुर-खीरी में इंटरनेट सेवा फिर से बंद, नेताओं का आना जाना जारी, धरने पर बैठे सिद्धू

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हाल ही में हुई हिंसा के बाद माहौल अब भी गर्माता जा रहा है। विपक्षी...
लखीमपुर-खीरी में इंटरनेट सेवा फिर से बंद, नेताओं का आना जाना जारी, धरने पर बैठे सिद्धू

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हाल ही में हुई हिंसा के बाद माहौल अब भी गर्माता जा रहा है। विपक्षी नेताओं का लगातार आना जाना जारी है। तनाव बढ़ने के साथ ही लखीमपुर खीरी में एक बार फिर अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं। प्रियंका गांधी के बाद नवजोत सिंह सिद्धू भी मारे गए किसानों के परिजनों से मिले। विपक्षी दलों के कई नेता भी लखीमपुर खीरी में पीड़ितों से मिल चुके हैं।

लखीमपुर खीरी में शुक्रवार देर शाम को फिर से इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। वहीं इससे पहले भी इंटरनेट बंद कर दिया गया था, लेकिन बाद में बहाल कर दिया गया था। शुक्रवार देर शाम को फिर से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। 

मौन अनशन पर सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू निघासन में पत्रकार रमन कश्यप के घर पर मौन अनशन पर बैठ गए। सिद्धू ने कहा कि जब तक मंत्री के बेटे गिरफ्तार नहीं हो जाते, अनशन से नहीं हटेंगे। पत्रकार के घर पर अपना बिस्तर लगाकर मौन धारण कर अनशन पर बैठ गए। 

बेटे को लेकर क्या बोले अजय मिश्रा  

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा कि मेरा बेटा कहीं नहीं गया है, वो शहपुरा में अपनी कोठी में है। आपको विश्वास नहीं है तो लखीमपुर चलो। अजय मिश्रा ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में कहा कि मेरा बेटा बेटा निर्दोष है। उन्होंने कहा कि आज बेटे की तरफ से नोटिस का लिखित जवाब दिया है। बेटे का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के करण पेश नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बेटा कल जांच एजेंसी के सामने पेश होकर अपने निर्दोष होने के सबूत देगा। उन्होंने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है इसका राजनीतिक उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में कोई पक्षपात नहीं होता है। निष्पक्ष जांच होगी, इसमें पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के वेष में कुछ उपद्रवी भीड़ में शामिल थे।

यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तीन अक्तूबर को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई जारी है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि वह लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट नहीं है।

कांग्रेस पर पीके का तंज

लखीमपुर खीरी कांड के बाद अचानक से चर्चा में आई कांग्रेस पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस का नाम लिए बिना लिखा है कि जो लोग या पार्टियां यह सोच रही हैं कि 'ग्रैंड ओल्ड पार्टी' के सहारे विपक्ष की तुरंत वापसी होगी वे गलतफहमी में हैं। उनको निराशा ही हाथ लगेगी। उन्होंने आगे लिखा है कि दुर्भाग्य से 'ग्रैंड ओल्ड पार्टी' की जड़ों और उनकी संगठनात्मक संरचना में बड़ी कमियां हैं। फिलहाल इस समस्या को कोई समाधान भी नहीं है।

जानें कैसे शुरू हुआ विवाद

बीते रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे। उन्हें रिसीव करने के लिए गाड़ियां जा रही थीं. ये गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं। रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे झड़प हो गई और ऐसा आरोप लगाया गया कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई। किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई। हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई। कुल मिलाकर इस हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।

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