पुलिस और सरकार की किरकिरी करा रहे 2 आईपीएस अफसर अरविंद सेन और पाटीदार के खिलाफ अब सरकार और भी सख्त हो गई है ।पहले तो कुर्की और भगोड़े होने की घोषणा की थी ।अब उनके चल अचल संपत्तियों की खोज होगी और कुर्क किया जाएगा। यह दोनों ही आईपीएस अफसर पिछले कुछ महीनों से भगोड़ा चल रहे हैं और सरकार ने अब इनके खिलाफ कड़ा कदम उठाना शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के पशुधन घोटाले मामले में भगोड़े डीआईजी अरविंद सेन के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर हुए फर्जीवाड़ा में अरविंद सेन की संपत्ति कुर्क करने का नोटिस जारी किया गया है। पुलिस ने गोमतीनगर में उनके फ्लैट के अलावा अयोध्या और अम्बेडकरनगर में एक दर्जन से अधिक चल-अचल सम्पत्ति चिन्हित की है।
पाटीदार गुजरात काडर के IPS है, इसलिए उनकी सम्पत्ति का ब्यौरा पुलिस अभी जुटा रही है। गुजरात के अहमदाबाद में पाटीदार की संपत्ति होने से पुलिस को कई व्यावहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
पाटीदार की ओर से 2020 में गृह विभाग को दिए गए अचल संपत्ति के ब्यौरे के अनुसार, गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में उनकी अचल संपत्ति पर चाय की दुकान खुली है। यह उनके पिता ने दिलाई थी। इससे होने वाली कमाई का आधा हिस्सा पाटीदार को मिलता है। 82 का नोटिस देने के बाद भी पाटीदार हाजिर नहीं होते हैं तो उनकी संपत्ति कुर्क की जा सकती है। इसके लिए महोबा के जिला जज को अहमदाबाद के जिला मजिस्ट्रेट को निर्धारित प्रारूप में निर्देश देने पड़ेंगे।
योगी सरकार अब इन पर नाराज चल रही है और इससे आगे की भी बड़ी कार्रवाई इन दोनों आईपीएस अधिकारियों पर होने के कयास तेज हो गए हैं।