उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद पर एक बार फिर ताजपोशी को लेकर गुरुवार को औपचारिक रूप से मुहर लग जाएगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में योगी को विधिवत नेता चुना जाएगा। इसके साथ ही डिप्टी सीएम को लेकर भी सस्पेंस खत्म हो जाएगा। यह सारी प्रक्रिया केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह और सह पर्यवेक्षक रघुवर दास की मौजूदगी में होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
भाजपा विधायक दल की बैठक गुरुवार की शाम 04 बजे से लोक भवन में आयोजित होगी। हालांकि विधायकों के लखनऊ पहुंचने का सिलसिला बुधवार से ही शुरू हो गया था। तमाम विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल से मुलाकात भी की। कइयों ने खुद को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर दावेदारी भी पेश की।
वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को लखनऊ आकर पहले विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे। उसके बाद शाह भाजपा के राज्य मुख्यालय जाएंगे।
हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, पार्टी सूत्रों की मानें तो शाह योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों की सूची भी साथ लाएंगे। खबर है कि इस सूची पर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी मंथन हो चुका है। यहां मुख्यमंत्री योगी और अन्य वरिष्ठ नेताओं संग बातचीत के बाद पीएम मोदी की सहमति से इस पर अंतिम मुहर लगेगी। विधायक दल की बैठक में ही उपमुख्यमंत्री के नामों को लेकर भी तस्वीर साफ हो जाएगी। बता दें कि 2017 में भी इसी बैठक में केशव प्रसाद मौर्य और डा. दिनेश शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने का फैसला हो गया था।
औपचारिक रूप से भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। शुक्रवार की शाम 04 बजे अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित होने वाले भव्य शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल योगी और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।
बता दें कि इस समारोह में पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां मौजूद रहेंगी। 70 हजार से अधिक लोग इस भव्य समारोह के प्रत्यक्ष गवाह बनेंगे।