उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के असोहा क्षेत्र में दलित बिरादरी की तीन किशोरियों के बंधक की हालत में मिलने से सनसनी फैल गयी। परिजनों के सीएचसी लेकर पहुंचने पर इनमे से दो को मृत घोषित कर दिया गया जबकि एक को जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया। जहां से प्रारंभिक इलाज के बाद उसे कानपुर रिफर कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बुधवार शाम बबुरहा गांव के बाहर एक ही परिवार की कोमल (15) पुत्री संतोष पासी तथा काजल (14) पुत्री सूर्यपाल पासी और रोशनी (16) पुत्री स्व सूरज बली घर से जानवरों का चारा लेने गई थी। देर शाम तक वापस न आने पर परिजनों की खोजबीन की। गांव के बाहर एक किलोमीटर की दूरी पर तीनों गंभीर अवस्था मे दुपट्टे से बंधी खेत में पड़ी मिली। घटना की सूचना से गांव में हड़कंप मच गया।
परिजनों ने पुलिस को सूचना दिया और तीनो को ले जाकर सीएचसी असोहा पहुंचे जहां डॉक्टरों ने कोमल और काजल को मृत घोषित कर दिया। रोशनी को जिला अस्पताल उन्नाव बेहतर इलाज के लिये रिफर कर दिया। जहां पर प्राथमिक उपचार देकर उसे कानपुर रिफर कर दिया गया।
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने जिला अस्पताल पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी ली। घायल युवती के परिजनों से जानकारी हांसिल करी।
पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने घटना स्थल पहुंचकर बताया कि मौके पर मिली दोनो बच्चियों की मौत हो चुकी है, और घायलावस्था में जिला अस्पताल में इलाज ले रही रोशनी के संबंध में प्रथम दृष्टया प्वाइजनिंग के सिम्टम्स होने की बात डॉक्टरों द्वारा बताई गई है। मौके पर झाग मिलने की जानकारी मिली है। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लेकर जांच की जा रही है। जल्द मामला साफ होगा।
घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक के साथ कई थानों की फोर्स, एएसपी, सीओ ने पहुंच जांच शुरू कर दी है। आईजी लक्ष्मी सिंह ने भी घटना स्थल पहुंचकर जायजा लिया। देर रात एडीजी के पहुंचने की बात पुलिस सूत्र कर रहे हैं।
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं। हत्या के साथ ही बच्चियों से अनहोनी होने की आशंका के बीच स्थानीय निवासी अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट इंतजार है।