उत्तर प्रदेश के कन्नौज के मानीमऊ में गंगा का जलस्तर बढ़ने से रेती में दफन शव उतराकर बहने लगे हैं । इन्हें कौवे और कुत्ते निवाला बना रहे हैं। अभी भी गंगा की रेती में शवों को दफनाया जा रहा है, जिनको देखने, रोकने और टोकने वाला कोई नहीं है।
प्रशासन के निगरानी के इंतजाम फेल होते नजर आ रहे हैं। मेहंदी घाट पर गंगा पुल पार रेती में एक किलोमीटर एरिया में डेढ़ माह में सैकड़ों शव तीन से चार फीट गहरे गड्ढे खोदकर दफनाए गए हैं। चार दिन से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है।
इससे रेती में दफन शव पानी की तेज धार से बहने लगे। उनके धीरे-धीरे उतराने से कुत्ते और कौवों ने उनको अपना निवाला बनाना शुरू कर दिया।
कहीं पर कोई भी कर्मचारी अधिकारी इस ओर देखने वाला नहीं और गंगा में इन शवों को उतराते हुए लोग भी देखते रहे। उधर, एडीएम गजेंद्र कुमार का कहना है कि टीमों को निगरानी के काम में लगाया गया था। कोविड अभियान के चलते समीक्षा नहीं हो पाई। पता किया जाएगा कि मनाही के बाद भी शव दफन क्यों किए जा रहे हैं ?
एजेंसी इनपुट