उत्तर प्रदेश के कानपुर में जीका वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में 16 और नए मरीज मिलने के साथ यह आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है। कानपुर में अब तक जीका वायरस के 106 मरीज सामने आ चुके हैं। 106 मामलों में नौ पुरुष और सात महिलाएं शामिल हैं,16 नए मरीजों में दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ नेपाल सिंह ने कहा कि 16 नए मरीज चकेरी क्षेत्र के हरजिंदर नगर, पोखरपुर, तिवारीपुर बगिया और काजी खेड़ा इलाके के रहने वाले हैं। वहीं, जो गर्भवती महिलाएं वायरस की चपेट में आईं हैं, उनका अल्ट्रासाउंड परीक्षण हुआ और डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उनके भ्रूण स्वस्थ थे।
आजतक की खबर के मुताबिक, बढ़ते जीका वायरस के मामलों के मद्देनजर हालातों का जायजा लेने के सीएम योगी आदित्यनाथ भी आज कानपुर के दौरे पर रहेंगे। सीएम योगी कानपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑडिटोरियम में जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में योगी जीका वायरस से निपटने की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा सीएम योगी जीका वायरस प्रभावित इलाकों का भी दौरा करेंगे, जहां योगी जीका वायरस से संक्रमित मरीजों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
जानें इस वायरस के बारे में-
जीका एक मच्छर से फैलने वाला वायरस है जो एडीज एजिप्टी नाम की प्रजाति के मच्छर के काटने से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं। ये वही मच्छर है जो डेंगू, चिकनगुनिया फैलाता है। हालांकि, ज्यादातर लोगों के लिए जीका वायरस का संक्रमण कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए खासतौर से भ्रूण के लिए खतरनाक हो सकता है।
बता दें कि जीका वायरस के कुछ खास लक्षण नहीं है। इसके लक्षण भी आमतौर पर डेंगू जैसे ही होते हैं जैसे बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द होना।