कम अनुभव के बाद भी सीएम पुष्कर सिंह धामी सियासी पिच पर जमकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। इस बार धामी ने ऐसा सिक्सर लगाया है, जिसका विपक्षी कांग्रेसी भी तारीफ कर रहे हैं। धामी के इस सिक्सर से नैनीताल की सांस्कृतिक विरासत भी सुरक्षित रहेगी।
राज्य गठन के वक्त आनन-फानन में हाईकोर्ट को नैनीताल में स्थापित किया गया था। लेकिन वक्त गुजरने के साथ ही मुकदमें बढ़ने के साथ ही पैरोकारों और वकीलों भी भीड़ इस ऐतिहासिक शहर में आने लगी। भीड़ इतनी बढ़ी कि पर्यटकों को भी दिक्कतें होने लगी। इसके साथ ही हाईकोर्ट को नैनीताल से शिफ्ट करने की बातें होने लगी। लेकिन कोई भी सरकार इस बारे में फैसला लेने से बचती रही।
आज बुधवार को सीएम धामी ने एक इतिहास सा रच दिया। धामी कैबिनेट ने फैसला किया है कि नैनीताल हाईकोर्ट को अब हल्द्वानी शिफ्ट किया जाएगा। धामी इस बारे में पहले ही मन बना चुके थे। शायद यही वजह थी कि केंद्र सरकार से प्रयास करके एचएमटी की जमीन राज्य सरकार के नाम करवा ली। हो सकता है कि इसी जमीन का एक हिस्सा हाईकोर्ट को दे दिया जाए। तमाम विरोध और अन्य हालात को देखकर ऐसा लग नहीं रहा था कि कोई सरकार इस बारे में फैसला ले पाएगी। लेकिन सीएम धामी ने इसे आखिरकार अमलीजामा पहना ही दिया।
सीएम धामी के इस कदम को भी एक सियासी सिक्सर माना जा रहा है। इसे इस तथ्य के प्रकाश में देखें कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को भी इसकी तारीफ करनी पड़ रही है। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि सरकार का यह कदम ऐतिहासिक है।