नई दिल्ली। स्वराज अभियान की ओर से चलाए जा रहे 'जय किसान' आंदोलन में शामिल बड़ी तादाद में किसान ट्रैक्टरों से दिल्ली कूच कर रहे हैं। लेकिन सोमवार को जंतर-मंतर पर प्रस्तावित किसान सभा से पहले ही किसानों के ट्रैक्टर मार्च को दिल्ली-गुडगांव बॉर्डर पर रोक दिया गया है। स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव का कहना है कि किसान मार्च की पर्याप्त अनुमति के बावजूद हमें दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। पुलिस किसानों को दिल्ली में घुसने नहीं करने दे रही है, जबकि हमने 8 जुलाई से ही परमिशन ले रखी है। गौरतलब है कि जय किसान आंदोलन के तहत पिछले कई दिनों के दिल्ली के आसपास के राज्यों में ट्रैक्टर मार्च निकाले जा रहे हैं। किसानों का काफिला 10 अगस्त को दिल्ली में जंतर-मंतर पर पहुंचेगा, जहां एक किसान सभा बुलाई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, मेवात से दिल्ली की ओर कूच करते किसानों के ट्रैक्टर मार्च को पुलिस ने कापसहेडा बॉर्डर पर रोक दिया है। योगेंद्र यादव का कहना है कि बड़ी तादाद में किसान अपनी आवाज संसद तक पहुंचाने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। यूपी, हरियाणा और पंजाब में किसानों को नहीं रोका गया तो फिर दिल्ली में शांतिपूर्वक सभा करने से क्यों रोका जा रहा है।
जय किसान आंदोलन की प्रमुख मांगों में किसान विरोधी भूमि अधिग्रहण कानून को वापस लेना, किसानों को उपज का उचित दाम दिलाना, फसलों को हुए नुकसान की पूरी भरपाई, दिल्ली के रेस कोर्स को किसान स्मारक में तब्दील करना और किसान हाट बनाना आदि प्रमुख हैं। 10 अगस्त को जंतर-मंतर पर बुलाई गई किसान सभा में देश के कई राज्यों के किसान संगठन शामिल होंगे।