स्वराज अभियान ने कहा है कि पंजाब के किसानों के संघर्ष को अदालत तक लेकर जाएगा। इस जनसुनवाई में स्वराज अभियान के नेता प्रशांत भूषण के साथ सांसद डॉं धरमवीर गांधी भी शामिल हुए। कई किसान संगठनों ने भी इसमें शिरकत की।
प्रशांत भूषण ने ऐलान किया कि वे किसानों के मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और मांग करेंगे कि एक स्वतंत्र समिति या आयोग का गठन हो जो किसानों के नुकसान का आकलन करे। चूंकि यह आपदा प्राकृतिक नहीं बल्कि मानव रचित है जिसमें नेता, अफसर, सरकारी तंत्र लिप्त है जिन्होंने किसानों को घटिया बीज और कीटनाशक दिए, इसलिए यह सीधा भ्रष्टाचार का केस है। इसलिए इन सबके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाए। वह सुप्रीम कोर्ट से किसानों के साथ-साथ खेतिहर मजदूरों और भूमिहीन किसानों को भी उचित मुआवजा दिए जाने की मांग करेंगे।
प्रशांत भूषण ने कहा कि वास्तविक समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए धर्म, जाति, और ऐसे ही अनेक मुद्दों का सहारा लिया जाता है। जबकि आर्थिक खाई बढ़ती जा रही है। सरकारी तंत्र अमीरों के लिए पूरी तरह झुक जाता है, जबकि गरीब की आवाज तक दबा दी जाती है। उन्होंने कहा कि खेती का मौजूदा माॅडल नाकाम हो गया है।