विश्व हिंदू परिषद ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे "अत्याचार" के खिलाफ शुक्रवार से दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक बयान में कहा कि विहिप और बजरंग दल, हिंदू समाज के सभी संप्रदायों और वर्गों तथा मानवता में विश्वास रखने वाले लोग अल्पसंख्यकों और उनके मानवाधिकारों की रक्षा के लिए इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे।
बंसल ने कहा कि पड़ोसी देश "इस्लामिक जिहादी तत्वों के हाथों में खेल रहा है"।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर "बार-बार हो रहे अत्याचारों" के खिलाफ आज और कल विरोध प्रदर्शन निर्धारित है।
बंसल ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "आइये हम सब मिलकर मानवीय कार्य में शामिल हों!! आज बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को बचाने के लिए विहिप का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन।"
बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू, जो 170 मिलियन की आबादी का केवल 8 प्रतिशत हैं, को 5 अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना करना पड़ा है।
इस हफ़्ते हालात तब और ख़राब हो गए जब हिंदू आध्यात्मिक नेता दास को देशद्रोह के मामले में गिरफ़्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें एक अदालत ने ज़मानत देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद राजधानी ढाका और बंदरगाह शहर चटगाँव सहित विभिन्न स्थानों पर समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
भारत ने मंगलवार को दास की गिरफ्तारी और उन्हें जमानत न दिए जाने पर "गहरी चिंता" व्यक्त की तथा पड़ोसी देश के प्राधिकारियों से हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समूहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।