अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात की, जिसमें चीनी सामानों पर प्रस्तावित टैरिफ को लेकर तनावपूर्ण चर्चा हुई। ट्रम्प ने कहा कि शी जिनपिंग के साथ डील करना "बेहद मुश्किल" है, क्योंकि चीन अपनी आर्थिक नीतियों पर अड़ा हुआ है।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, ट्रम्प ने हाल ही में चीनी आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर जवाबी टैरिफ की धमकी दी है। ट्रम्प ने दावा किया कि यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और घरेलू उद्योगों को बचाने के लिए जरूरी है।फोन कॉल के दौरान, ट्रम्प ने शी से व्यापार असंतुलन, बौद्धिक संपदा की चोरी और दक्षिण चीन सागर में तनाव जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया कि बातचीत "खुली और स्पष्ट" थी, लेकिन कोई ठोस समझौता नहीं हुआ। ट्रम्प ने बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "शी बहुत चतुर नेता हैं, लेकिन उनके साथ डील करना आसान नहीं। हमें अपने हितों की रक्षा करनी होगी।"
चीन के विदेश मंत्रालय ने जवाब में कहा कि बीजिंग "जबरदस्ती की नीतियों" को स्वीकार नहीं करेगा और दोनों देशों के बीच सहयोग ही एकमात्र रास्ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह टैरिफ विवाद वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित कर सकता है।