पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले के रामपुर हाट में पिछले हफ्ते 21 मार्च को कुछ अज्ञात लोगों ने दस घरों को आग के हवाले कर दिया था, जिसमें आठ लोगों की जलकर मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद राज्य में सियासी पारा चढ़ने लगा और मामला कोर्ट तक पहुँच गया। जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए जांच सीबीआई को सौप दिया। इसी क्रम ने सीबीआई की 30 सदस्यीय टीम ने 21 लोगों को धारा 147, 148, 149 और अन्य धाराओं के तहत नामजद आरोपी बनाया है।
गौरतलब है कि कि कोलकाता हाईकोर्ट ने रामपुरहाट मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने कहा था कि तमाम सबूत और घटना से उत्पन्न हालात ये बताते हैं कि राज्य की पुलिस इसकी जांच नहीं कर सकती।
बता दें कि शवों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगटुई गांव में जिंदा जलाए गए तीन महिलाओं और दो बच्चों समेत आठ लोगों को नरसंहार से पहले बुरी तरह पीटा गया था। इस हिंसा टीएमसी नेता के हत्या के बाद भड़की थी।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा था कि मैं बंगाल के लोगों से भी आग्रह करूंगा कि ऐसी वारदात को अंजाम देने वालों को, ऐसे अपराधियों का हौसला बढ़ाने वालों को कभी माफ न करें। उन्होंने कहा था कि मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात से दुखी हूं। मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को ज़रूर सजा दिलवाएगी।