कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद कुलदीप यादव जांच के घेरे में आ गए हैं। उन्होंने 15 अप्रैल को वैक्सीन का पहला डोज लिया था और इसकी तस्वीरें उन्होंने अपने ट्वीटर में पोस्ट की। जिसके कारण उन पर कोविड टीकाकरण के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के विपरीत वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने की जांच के आदेश दिए गए हैं।
कुलदीप यादव के उस पोस्ट की फोटो में वह अस्पताल की जगह लॉन में नजर आ रहे हैं। जिसे वैक्सीन प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना जा रहा है। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार को जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए।
एक अधिकारी के अनुसार कुलदीप को गोविंद नगर स्थित जागेश्वर अस्पताल में वैक्सीन लगाई जानी थी, लेकिन उन्हें कानपुर नगर निगम के गेस्ट हाउस के लॉन में यह वैक्सीन लगाई गई। वहीं कुलदीप के इस ट्वीट पर लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अस्पताल जाकर टीका लगवा रहे हैं। ऐसे में कुलदीप के लिए प्रोटोकॉल क्यों तोड़ा गया।
फिलहाल 26 साल के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव खराब दौर से गुजर रहे हैं। निलंबित हुए आईपीएल के 14वें सीजन में कुलदीप को कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।