क्रिकेट को जेंटलमैन गेम यानी भद्रजनों का खेल कहा जाता है। लेकिन जोश, जुनून में यह खेल भी कभी-कभी अपनी गरिमा खो देता है। बीते दिनों, आइपीएल टूर्नामेंट के दौरान लखनऊ और बेंगलूरू के बीच खेले जा रहे मुकाबले में गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच तनातनी का माहौल बन गया। क्रिकेट के फील्ड पर शुरु हुई इस जंग को सोशल मीडिया पर पहुंचते देर नहीं लगी। दोनों खिलाड़ी और उनके फैन, एक-दूसरे पर निशाना साधते दिखे। गौतम गंभीर और विराट कोहली एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप 2011 विजेता टीम के अहम सदस्य रहे हैं। बावजूद इसके जब दोनों आमने सामने आए तो दोनों में एक-दूसरे के प्रति सम्मान की कमी दिखी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में यह पहली घटना नहीं थी, जब दो खिलाड़ियों के अहं टकरा गए थे। पूर्व में भी ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जब क्रिकेट खिलाड़ी एक-दूसरे के आमने सामने आ खड़े हुए हैं। कुछ ऐसी ही घटनाओं पर डालते हैं एक नजर :
गौतम गंभीर - शाहिद अफरीदी
साल 2007 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे क्रिकेट मैच के दौरान एक रन दौड़ते हुए गौतम गंभीर, पाकिस्तानी लेग स्पिनर शाहिद अफरीदी से टकरा गए थे। गौतम गंभीर को ऐसा लगा कि शाहिद अफरीदी उन्हें रन पूरा करने से रोकना चाहते थे इसलिए उन्होंने टक्कर मारी। इस बात को लेकर गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी में बहस छिड़ गई, जो गाली गलौज तक पहुंची।
विराट कोहली - गौतम गंभीर
2013 आईपीएल सीजन के एक मैच के दौरान, विराट कोहली के आउट होने के बाद गौतम गंभीर और विराट कोहली एक दूसरे पर चिल्लाने लगे।यह पहला अवसर था, जब विराट और गंभीर के बीच की दूरी सार्वजनिक रूप से सामने आई।
मोहम्मद अज़हरुद्दीन - नवजोत सिंह सिद्धू
साल 1996 में भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, इंग्लैंड दौरे को बीच में ही छोड़कर वापस भारत लौट आए थे। नवजोत सिंह सिद्धू का कहना था कि इंग्लैंड दौरे के दौरान उन्हें ऐसा लगा कि भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन उन्हें गालियां दे रहे हैं। इसलिए उन्होंने दौरे को छोड़कर भारत लौटना उचित समझा। हालांकि बाद में नवजोत सिंह सिद्धू को समझ आ गया कि यह भ्रम संवाद की कमी से पैदा हुआ था।
एस श्रीसंत - हरभजन सिंह
साल 2008 में आईपीएल टूर्नामेंट के दौरान, किंग्स इलेवन पंजाब टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को हरभजन सिंह ने थप्पड़ मार दिया था। हरभजन सिंह को इस हरकत के लिए आईपीएल टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। हरभजन सिंह कई मौकों पर इस घटना के लिए शर्मिंदगी जाहिर कर चुके हैं।
वेंकटेश प्रसाद - आमिर सोहेल
साल 1996 में क्रिकेट विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद और पाकिस्तानी बल्लेबाज आमिर सोहेल आमने सामने थे। आमिर सोहेल ने वेंकटेश प्रसाद की गेंद को चार रन के लिए सीमारेखा के पार भेजा और अपने तेवर दिखाए। ठीक अगली गेंद पर वेंकटेश प्रसाद ने आमिर सोहेल को बोल्ड कर के करारा जवाब दिया और पवेलियन जाने का इशारा किया। यह घटना इतनी लोकप्रिय हुई कि जब भी भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट मुकाबले का जिक्र आता है, लोग इस घटना को जरूर याद करते हैं।
इशांत शर्मा - कामरान अकमल
साल 2012 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे टी 20 मुकाबले के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और पाकिस्तानी विकेटकीपर कामरान अकमल एक दूसरे से उलझ गए थे। स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि यदि अंपायर बीच में न आते तो दोनों खिलाड़ी एक दूसरे पर हाथ उठा देते।
किरण मोरे - जावेद मियांदाद
साल 1992 में एकदिवसीय क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद और भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे के बीच कहासुनी हो गई। किरण मोरे के बार बार अपील करने से जावेद मियांदाद खिन्न हो गए थे। तब अपनी खीझ जाहिर करने के लिए, जावेद मियांदाद क्रिकेट पिच पर उछलने लगे थे। यह घटना क्रिकेट जगत में खूब लोकप्रिय हुई। आज भी जब इसका जिक्र होता है तो किरण मोरे और जावेद मियांदाद के साथ खेलप्रेमियों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
हरभजन सिंह - शोएब अख्तर
साल 2010 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे एशिया कप के मुक़ाबले में हरभजन सिंह और शोएब अख्तर आमने सामने आ गए थे। मैच के दौरान भारतीय टीम बेहद कमजोर स्थिति में पहुंच गई थी। तब हरभजन सिंह ने आकर अपनी बल्लेबाजी से भारत को न केवल जीत दिलाई बल्कि दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज शोएब अख्तर की गेंद पर गगनचुंबी छक्का जड़ दिया। शोएब अख्तर इस बात को हजम नहीं कर पाए कि एक गेंदबाज उनकी गेंदों की धुलाई कर रहा है और इस कारण वह हरभजन सिंह के साथ गाली गलौज पर उतर आए।