भारतीय क्रिकेट टीम इस साल अक्टूबर-नवंबर में अपनी मेजबानी में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार से यहां नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुरू हो रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज में कई सवालों के जवाब ढूंढने उतरेगी।
भारत ने इंग्लैंड से चार मैचों की टेस्ट सीरीज 3-1 से जीत ली है और वह इस विजय क्रम को छोटे फार्मेट में भी बरकरार रखने के इरादे से उतरेगा। भारत के सलामी बल्लेबाज और उप कप्तान रोहित शर्मा मानते हैं कि यह सीरीज टी-20 विश्व कप के लिए कोई रिहर्सल नहीं है, जबकि बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ की नजर में यह सीरीज विश्व कप के लिए सही संतुलन ढूंढने का एक अच्छा मौका है।
टीम इंडिया को एक सही संयोजन ढूंढने के लिए इस सीरीज में कई सवालों के जवाब ढूंढने होंगे। पहला बड़ा सवाल ओपनिंग का है, जिसमें रोहित शर्मा के साथ उनका जोड़ीदार कौन होगा, टीम प्रबंधन को इस सवाल पर काफी मंथन करना होगा। रोहित की बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर धवन के साथ काफी सफल जोड़ी रही है, लेकिन पिछले कुछ समय में शिखर का फाॅर्म उनके साथ नहीं है।
ओपनिंग में शिखर को कड़ी टक्कर दे रहे लाेकेश राहुल, जो आस्ट्रेलिया दौरे में विकेटकीपर बल्लेबाज रहे थे। राहुल ने आईपीएल के पिछले सत्र में काफी शानदार बल्लेबाजी की थी और फॉर्म के लिहाज से वह शिखर से आगे दिखाई दे रहे हैं। 2019 से टी-20 और आईपीएल को मिला कर देखा जाए तो शिखर ने 133.43 के स्ट्राइक रेट से 854 रन बनाए हैं, जबकि इसी दौरान राहुल ने 136.36 के स्ट्राइक रेट 960 रन बनाए हैं। इस दौरान शिखर का औसत जहां 40.66 रहा है, वहीं राहुल का औसत 87.27 रहा है।
अब यह टीम प्रबंधन को देखना है कि वह रोहित और शिखर की पुरानी तथा अनुभवी जोड़ी पर भरोसा करता है या फिर राहुल को ओपनिंग में आजमाता है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का भी मानना है कि ओपनिंग में रोहित के साथ राहुल काे उतारा जाना चाहिए।
ओपनिंग के बाद दूसरा सवाल मध्यक्रम को लेकर है। सूर्यकुमार यादव मध्यक्रम में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं। सूर्य ने पिछले आईपीएल ने काफी शानदार बल्लेबाजी की थी। यदि सूर्य को टीम में लिया जाता है तो श्रेयस अय्यर को बाहर बैठना पड़ सकता है। अय्यर ने हालांकि हाल में विजय हजारे ट्रॉफी में दो शतक जमाए थे और टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया था। अय्यर और सूर्य दोनों ही मुंबई की टीम के साथी हैं।