उर्दू अदब की दुनिया में जाना पहचाना नाम अब्दुल्ला हुसैन ने शनिवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पिछले एक साल से वह ब्लड कैंसर से पीडि़त थे और शुक्रवार को उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी।
अपने लाहौर स्थित घर पर आखिरी सांस ली। हुसैन का वास्तविक नाम मोहम्मद खान था। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा और एक बेटी हैं। उन्हें उर्दू साहित्य में श्रेष्ठ कृतियों में गिनी जाने वाली उदास नस्लें के अलावा कुछ और मशहूर उपन्यासों तथा लघु कहानियों फरेब और नशेब के लिए याद किया जाएगा।
पाकिस्तनान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नवाज नवाज शरीफ ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया और इसे राष्ट्र का नुकसान बताया। हुसैन का जन्म भारत में हुआ था। सन 1931 को वह 14 अगस्त को पैदा हुए थे। गुजरात के ही जमींदार कॉलेज से उन्होंने अपनी पढ़ाई की थी। हुसैन को इसी साल प्रधानमंत्री ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।