रवीन्द्र नाथ टैगोर पर फिल्म बनाने का विचार कैसे आया?
यह विचार अर्जेंटिना के निर्देशक पाब्लो सीजर को आया था। वह कोई भारतीय की खोज में थे जो उन्हें इस विषय पर मदद कर सकता था। तब अर्जेंटिना में भारत के राजदूत ने उन्हें मेरा नाम सुझाया। फिर मैंने पाब्लो से स्क्रिप्ट मांगी और हमने काम शुरू किया।
इस फिल्म में आपकी भूमिका क्या होगी?
इस फिल्म को अर्जेंटिना सरकार से पैसा मिल रहा है। मैं भारतीय निर्माता और रचनात्मक सहयोगी के रूप में जुड़ा हूं। पाब्लो ऐसा व्यक्तित चाहते थे जो भारत के बारे में सही जानकारी उपलब्ध करा सके और भारत में शूटिंग के वक्त सहयोग कर सके।
इस फिल्म की खासियत क्या है?
इसकी कहानी अर्जेंटिना की प्रसिद्ध लेखिका विक्टोरिया ओकेक्वपो और रवीन्द्र नाथ टैगोर की मुलाकात और दोनों के बीच पत्राचार पर आधारित है। रवीन्द्र नाथ जब लैटिन अमेरिका की यात्रा पर जा रहे थे तो बीच में उनकी तबीयत खराब हुई और उन्हें अर्जेंटिना रुकना पड़ा। तब विक्टोरिया उनसे मिलने आईं और अपने घर के पास ही एक उन्हें ठहराया। वह तब तक गीतांजलि का फ्रेंच अनुवाद पढ़ चुकी थीं। उन्होंने ही रवीन्द्र नाथ को चित्रकारी के लिए प्रेरित किया और पेरिस में उनकी प्रदर्शनी रखवाई। जब रवीन्द्र नाथ की मृत्यु का समाचार उन्हें मिला तो सिर्फ तीन शब्दों का उनका तार आया, थिकिंग ऑफ हिम। बस यही हमारी फिल्म का शीर्षक भी है।
मुख्य भूमिका में किसे लेना चाहते हैं?
बेन किंग्सले, नसीरुद्दीन शाह और अमिताभ बच्चन। तीन नाम पर हम विचार कर रहे हैं। देखते हैं आगे क्या होता है।
शूटिंग कब शुरू होगी?
हम आने वाले अक्टूबर से शूटिंग शुरू करने की पूरी कोशिश करेंगे। क्योंकि इसके बाद ही कोलकाता की शूटिंग शुरू होगी। इस फिल्म को बिखराव से बचाने के लिए हमने इसे कुछ सालों में समेट दिया है।