ओडिशा में 15 जनवरी के बाद कोरोना वायरस प्रभावित देशों से लौटे 74 यात्रियों की पहचान कर उन्हें निगरानी केंद्र में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है और उन्हें घर से बाहर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इनमें से सात लोगों के खून और बलगम के नमूने जांच के लिए पुणे स्थित वायरोलॉजी लैब भेजे गए। हालांकि ये सातों नमूने वायरस से नेगेटिव पाए गए हैं।
कंट्रोल रूम से लेकर जागरूकता अभियान तक
ओडिशा में कंट्रोल रूप भी खोला गया है, जो लगातार 24 घंटे सातों दिन काम कर रहा है। कोरोना वायरस की किसी भी प्रकार की जानकारी कंट्रोल रूम से इस नंबर (0674-2390466) से प्राप्त की जा सकती है। राज्य सरकार ने सभी जिला चिकित्सा अधिकारियों को कोरोनो वायरस के संबंध में उसके बचाव और नियंत्रण के उपाय की जरूरी जानकारी जारी की है। ताकि वे उनके यहां आने वाले मरीजों को सही चिकित्सा और सलाह दे सकें। एनसीओवी (कोविड -19) का कोई निश्चित उपचार नहीं है। इसके बारे में फिलहाल समुदाय में सिर्फ जागरूकता पैदा की जा सकती है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि लोगों को हाथ धोने, खांसते या छींकते वक्त मुंह पर हाथ रखने और इसके बाद हाथ धोने, लक्ष्ण दिखने पर घर में अलग रहने के बारे में बताया जा रहा है। ओड़िशा सरकार ने पांच बड़े अस्पतालों में इस वायरस से निपटने के लिए विशेष वॉर्ड भी खोले हैं।
चीन में स्वास्थ्य आपातकाल
चीन से फैले इस वायरस ने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। चीन में कोरोना वायरस से हो रही मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चीन का हुबेई प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित है। सरकार ने वहां स्वास्थ्य आपातकाल लगा दिया है। पूरा शहर बंद है और हर गतिविधि ठप है।
हालांकि भारत में अभी तक इस वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है। लेकिन पिछले दिनों दिल्ली में भी इस वायरस से संक्रमण की शंका को लेकर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कुछ लोगों को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया था।