कोरोना वायरस के डर के बीच चीन के वुहान में फंसे भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का डबल डेकर जंबो 747 विमान शनिवार सुबह दिल्ली पहुंच गया। बोइंग ने शुक्रवार देर रात वुहान से उड़ान भरी थी। विमान वुहान के तिआन्हे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से शुक्रवार देर रात रवाना हुआ था और शनिवार सुबह 7.26 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच गया। सभी लोगों को 14 दिनों के लिए छावला स्थित आईटीबीपी सेंटर में रखा जाएगा। इससे पहले विमान को वुहान एयरपोर्ट से उड़ान भरने में थोड़ी देरी हुई। चीनी अधिकारियों ने स्क्रीनिंग के दौरान शरीर का तापमान ज्यादा होने के कारण छह भारतीयों को विमान में बैठने नहीं दिया।
और नागरिकों को लाने के लिए भेजा जाएगा अन्य विमान
बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक चीन में रह रहे अन्य नागरिकों को लाने के लिए कुछ दिनों में अन्य विमान भेजा जाएगा। वहीं, भारत पहुंचे सभी भारतीय छात्रों की एयरपोर्ट पर आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज (एएफएमएस) और एयरपोर्ट हेल्थ अथॉरिटी की संयुक्त टीम द्वारा स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद उन्हें मानेसर के शिविर ले जाया जाएगा। कोरोनावायरस से संक्रमित होने पर मरीज को दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। भारतीयों को निकालने के लिए चीन के प्रयास की भारत ने सराहना की है।
चीन में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 259 हुई
उधर, चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 259 हो गई है वहीं 11,791 लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को यह जानकारी दी। आयोग ने कहा, “31 जनवरी की मध्यरात्रि तक स्वास्थ्य आयोग को 31 प्रांतों से 11,791 लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाए जाने की सूचना मिली है जिसमें से 1,795 लोगों की हालत गंभीर है। 17,988 से अधिक लोगों में कोरोनावायरस का संदेह पाया गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोनावायरस के 2,100 के नए मामले सामने आए हैं।”
छावला में स्थित आईटीबीपी सेंटर में रखा जाएगा
स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष सचिव संजीव कुमार ने बताया कि चीन से सभी भारतीय छात्र शनिवार को भारत पहुंचेंगे। उन्हें एहतियातन 14 दिनों तक दिल्ली के छावला में स्थित आईटीबीपी सेंटर में रखा जाएगा। वहीं, सफदरजंग अस्पताल में भी गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए अलग से 50 बेड का इंतजाम किया गया है। हरियाणा के मानेसर में भी चीन से लौटने वाले भारतीयों के लिए सेना ने एक शिविर बनाया है, जिसमें करीब 300 लोगों को रखा जा सकता है। सभी लोग डॉक्टरों की टीम और स्टाफ की निगरानी में रहेंगे।
डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को की थी ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को ग्लोबल इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी। हालांकि, चीन की यात्रा और किसी भी प्रकार के व्यापार पर रोक नहीं लगाई गई थी। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, भारत समेत 21 देशों में कोरोनावायरस संक्रमण के 100 मामले सामने आए हैं। इनमें चीन, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, भारत, श्रीलंका, नेपाल, थाइलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ताइवान, मकाऊ, वियतनाम, यूएई, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं।