बिहार विधानसभा चुनावों ने भारतीय जनता पार्टी को पश्चिम बंगाल में अगली सरकार बनाने के अपने लक्ष्य से विचलित नहीं किया है। पार्टी का ध्यान अब बंगाल की सत्ता पर है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के केंद्रीय पर्यवेक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने आउटलुक की भावना विज-अरोरा से बातचीत में बताया कि वो लगातार सीएम ममता बनर्जी की 'तानाशाही' सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं और आगामी चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने सौ फीसदी जीतने का दावा किया। प्रमुख अंश:
बीते दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। गैर-कानूनी गतिविधियों के लिए आप पर और अन्य भाजपानेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। क्या हुआ था?
हमने टीएमसी के गुंडों द्वारा हमारे कार्यकर्ता (मनीष शुक्ला) की हत्या और कैडर पर हुए हमलों के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति मांगी थी। हमें अनुमति नहीं दी गई और हमलोग शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उस वक्त पुलिस ने हमपर लाठियां बरसाईं, पत्थर फेंके और आंसूगैस के गोले दागे। पुलिस के अत्याचारों के कारण हमारे 1500 से अधिक कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
क्या आप मनीष शुक्ला हत्याकांड में जांच से संतुष्ट हैं?
बिल्कुल नहीं। वे अब कहानी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे बताया गया है कि मौजूदा ममता सरकार एक साजिश के साथ बाहर आने की कोशिश कर रही है और हत्या के लिए हमारे पार्टी के कार्यकर्ताओं को दोषी ठहरा रही है। इससे पहल उन्होंने हमारे विधायक (देवेंद्र नाथ रॉय) की हत्या को आत्महत्या में बदल दिया। यह पूरी तरह से गड़बड़ है।
आप पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते रहे हैं।
राज्य में बम और गोलियां आदर्श बन गए हैं। पुलिस और प्रशासन ममता बनर्जी की कमी बन गए हैं। मैंने नौकरशाही का ऐसा अपराधीकरण कहीं और नहीं देखा है।
अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। क्या बीजेपी राज्य में पहले से ही चुनावी तैयारी में है?
ममता बनर्जी जानती हैं कि उनकी पार्टी चुनाव हारने वाली है। यह भाजपा की 100 फीसदी जीत है। वो इस बात को जान रही हैं और इसीलिए टीएमसी इस तरह के हताश उपाय अपना रही है। भाजपा को जनता का समर्थन प्राप्त है और हमने टीएमसी को हटाने के लिए लोकतांत्रिक संघर्ष किया है। इस राज्य को बचाना हमारा कर्तव्य है।