जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले में आतंकवादी हमले में डॉक्टर और 5 मजदूर मारे गए। वहीं पांच लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं। पीड़ितों में स्थानीय और गैर-स्थानीय दोनों तरह के मजदूर शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि इस आतंकी हमले में दो आतंकवादी शामिल थे। पुलिस और सेना ने हमलावरों का पता लगाने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है।
अधिकारियों ने बताया किजिले के गुंड इलाके में सुरंग के निर्माण पर काम कर रही एक निजी कंपनी के मजदूरों के शिविर पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह घटना केंद्र शासित प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण के चार दिन बाद हुई। बताया जाता है कि जिन श्रमिकों पर हमला किया गया है, वे जेड मोड़ सुरंग पर काम कर रहे निर्माण टीम का हिस्सा थे, जो मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनेर को सोनमर्ग से जोड़ती है।
एक्स पर एक पोस्ट में, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोनमर्ग क्षेत्र के गगनगीर इलाके में हुई घटना की निंदा की। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता ने यह भी कहा कि घटना में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
उन्होंने कहा, "गगनगीर हमले में हताहतों की संख्या अंतिम नहीं है, क्योंकि स्थानीय और गैर-स्थानीय दोनों तरह के कई मजदूर घायल हुए हैं। घायलों के पूरी तरह ठीक होने की कामना करता हूं, क्योंकि गंभीर रूप से घायलों को श्रीनगर के एसकेआईएमएस में रेफर किया जा रहा है।" अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को शोपियां जिले में बिहार के एक मजदूर का गोलियों से छलनी शव मिला।
शनिवार को भी जम्मू कश्मीर के बारामूला के उरी सेक्टर में सुरक्षाबलों ने आतंकियों की नापाक घुसपैठ को नाकाम कर दिया था। सुरक्षाबलों ने कमलकोट में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों का खात्मा किया। घुसपैठ के दौरान एक आतंकवादी ढेर हो गया था। जम्मू कश्मीर चुनाव के बाद गोलीबारी की ये दूसरी घटना है।