उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के बच्चों के वार्ड में लगी आग की जांच के लिए शनिवार को चार सदस्यीय समिति गठित की। समिति को आग के कारणों की पहचान करने और यह निर्धारित करने का काम सौंपा गया है कि क्या इसमें किसी लापरवाही की गई थी। सरकार ने सात दिन के भीतर रिपोर्ट भी मांगी है।
समिति की अध्यक्षता चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक करेंगे, जबकि अन्य सदस्य चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक (स्वास्थ्य), चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं के विद्युत के अतिरिक्त निदेशक और अग्निशमन सेवाओं के महानिदेशक द्वारा नामित एक अधिकारी होंगे।
चिकित्सा स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा जारी आदेश में समिति को आग के प्राथमिक कारण की जांच करने को कहा गया है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि यह आग बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। समिति भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें भी देगी। आदेश में कहा गया है, "समिति सात दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।" शुक्रवार रात करीब 10:45 बजे लगी इस आग में कम से कम 10 बच्चों की मौत हो गई और 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।