केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने शनिवार को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर विपक्षी दलों द्वारा उठाई गई चिंताओं के बीच बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पहले अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था, लेकिन अब वे पकड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पारस अस्पताल गोलीकांड में शामिल लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री सिंह ने एएनआई से कहा, "अपराधियों के साथ पहले भी समझौते हुए थे। उन्हें संरक्षण दिया गया था। हालांकि, आज यह नहीं कहा जा सकता कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत सरकार अपराधियों को बचा रही है। अपराधी पकड़े जा रहे हैं। पारस अस्पताल गोलीबारी में शामिल लोग भी पकड़े जाएंगे। हालांकि, मैं पूछना चाहता हूं कि ये अपराधी एक विशेष समुदाय से क्यों हैं? मैं बिहार सरकार को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाता हूं।"
उन्होंने बिहार में रोज़गार के अवसर पैदा करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किए गए प्रयासों को महत्व न देने के लिए विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही 10 लाख रोज़गार पैदा कर चुकी है।
गिरिराज सिंह ने कहा, "विपक्ष रोज़गार के बारे में कुछ नहीं बोल सकता। मुख्यमंत्री ने एक करोड़ नए रोज़गार के अवसर पैदा करने की योजना की घोषणा की है। उनकी सरकार पहले ही 10 लाख नौकरियाँ दे चुकी है। लड़कियों के स्कूल छोड़ने की दर में कमी आई है। महिलाओं को रोज़गार मिल रहा है।"
उनकी यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा यह कहे जाने के जवाब में आई है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कल अपने भाषण में बिहार की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कोई बात नहीं की।
इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में विकास रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी दलों राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस की आलोचना की थी और मतदाताओं से इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले राज्य को उनके "दुर्भावनापूर्ण" इरादों से "बचाने" की अपील की थी।
बिहार के लिए 72,00 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को समर्पित करने के बाद मोतिहारी में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राजद पर गरीबों, दलितों, पिछड़े वर्गों और आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया, लेकिन उन्होंने कभी भी उनके लिए समान अधिकार सुनिश्चित नहीं किए।
प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस और राजद गरीबों, दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के नाम पर राजनीति करते रहे हैं। लेकिन समान अधिकार सुनिश्चित करना तो दूर, वे अक्सर अपने परिवार से बाहर के लोगों के प्रति सम्मान दिखाने में भी विफल रहते हैं। इन लोगों का अहंकार आज पूरा बिहार देख रहा है। हमें बिहार को उनके दुर्भावनापूर्ण इरादों से बचाना होगा।"
हमले को और तीखा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में राजद और कांग्रेस के शासन के दौरान गरीबों के लिए ऐसे पक्के मकान प्राप्त करना असंभव था।
उन्होंने आगे कहा, "राजद और कांग्रेस के राज में गरीबों के लिए ऐसे पक्के घर पाना नामुमकिन था। उन लोगों के राज में लोग अपने घरों की रंगाई-पुताई तक करवाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे, इस डर से कि अगर उन्होंने ऐसा किया, तो पता नहीं मकान मालिक उन्हें बेदखल कर देंगे।"