दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार राजधानी में ‘एमपॉक्स’ (एमपीओएक्स) की स्थिति को लेकर कड़ी सतर्कता बरतने के साथ घटनाक्रम पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र और अन्य राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों को ध्यान से देख रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। केंद्र और (अन्य) राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों पर भी हमारी पैनी नजर है।’’
इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली सरकार ने एलएनजेपी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल और बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल को एमपॉक्स के संदिग्ध और सत्यापित मामलों के प्रबंधन के लिए पृथक कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया था। हालांकि उसने यह भी स्पष्ट किया था कि इस संक्रमण के किसी भी मरीज का पता नहीं चला है।
इस संक्रमण के सिलसिले में एलएनजेपी अस्पताल को नोडल अस्पताल के रूप में नामित किया गया है, जबकि आपात स्थिति के लिए दो अन्य को भी तैयार रखा गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अफ्रीका के कई हिस्सों में इसके व्यापक प्रसार को देखते हुए एमपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात घोषित किया है। इस बीच भारद्वाज ने नए और मौजूदा अस्पतालों में कर्मियों की नियुक्ति में देरी के लिए उपराज्यपाल वी के सक्सेना की आलोचना की।
भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार बुनियादी ढांचे के विस्तार पर काम कर रही है जिसमें चार नए अस्पतालों का निर्माण और 13 अन्य में सुविधाओं में वृद्धि शामिल है, लेकिन चिकित्सकों और अर्धचिकित्साकर्मियों की नियुक्ति नहीं होने से ये प्रयास अब भी अधूरे हैं।