उत्तराखंड के ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के 'प्रसादम' विवाद के लिए वहां के प्रशासकों को दोषी ठहराया।
शंकराचार्य ने सोमवार को लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "इतनी बड़ी घटना हुई है... तिरुपति मंदिर के ट्रस्टी, पदाधिकारी, वरिष्ठ अधिकारी, सभी दोषी हैं। अगर जांच के दौरान किसी तीसरे व्यक्ति की भूमिका भी सामने आती है, तो भी प्रथम दृष्टया वे ही दोषी हैं।"
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने यह टिप्पणी तिरुपति मंदिर के 'लड्डू' प्रसाद में कथित मिलावट के विवाद पर उनके विचार जानने के लिए पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए की। वह रविवार को अयोध्या से शुरू हुई अपनी राष्ट्रव्यापी 'गौ रक्षा यात्रा' के तहत राज्य की राजधानी में थे। इस यात्रा की शुरुआत उन्होंने अयोध्या से की थी। इस यात्रा में उन्होंने इस साल की शुरुआत में 22 जनवरी को पवित्र किए गए राम मंदिर में जाने से परहेज किया था, क्योंकि मंदिर अभी भी "अधूरा" है।
उन्होंने देश में गोहत्या पर चिंता व्यक्त की और गोहत्या रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की। उन्होंने इस मामले में सक्रिय कदम न उठाने के लिए एनडीए की भी आलोचना की और कहा कि यह साबित हो गया है कि "उन्होंने हिंदुओं को धोखा दिया है।" उन्होंने कहा कि अगर देश के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री "असली हिंदू" होते, तो वे गोहत्या नहीं होने देते।
उन्होंने आगे कहा, "या तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए था या फिर यह आदेश पारित करना चाहिए था कि अब कोई गोहत्या नहीं हो सकती।" उन्होंने कहा कि वह किसी भी पार्टी के विरोधी नहीं हैं और उन्होंने कहा, "चाहे कांग्रेस हो या भाजपा, जो भी कसाई का काम करेगा, उसका विरोध किया जाएगा। अब देश में कसाईयों की सरकार नहीं चल सकती।"
इस बीच समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर एक पोस्ट में शंकराचार्य के बयान की क्लिप शेयर कर सरकार पर निशाना साधा। पोस्ट में कहा गया, "मुख्यमंत्री योगी (आदित्यनाथ) के कार्यकाल में सबसे ज्यादा बीफ उत्पादन या निर्यात हो रहा है।" पार्टी ने आरोप लगाया कि आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार "बीफ निर्यात कंपनियों से चंदा इकट्ठा करती है और बदले में बीफ निर्यात को बढ़ावा देती है।" पार्टी ने कहा, "भाजपा का गोरक्षा अभियान सरासर झूठ है, गौशालाओं की जगह सड़कों पर जानवर इंसानों को मार रहे हैं। सीएम योगी गौशालाओं के नाम पर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जानवर भूख-प्यास से मर रहे हैं।"
तिरुपति लड्डू विवाद पर शंकराचार्य की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा प्रवक्ता आलोक वर्मा ने कहा, "यह करोड़ों हिंदुओं की आस्था का विषय है और सनातन धर्म के अनुयायी इस पर कभी विश्वास नहीं करेंगे। इस पूरी घटना की जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। समाजवादी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों पर वर्मा ने कहा, "भाजपा गायों की सेवा करने वाली पार्टी है। 2017 से पहले प्रदेश की स्थिति सभी जानते हैं। गायों पर अत्याचार किए गए। आज प्रदेश के हर जिले में गौ आश्रम बनाए गए हैं।"