विराट कोहली का मानना है कि उन्होंने स्वयं को इतने दबाव में ला दिया था कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में छह शतक लगाने के बावजूद उन्होंने कभी खुद को पर्याप्त श्रेय नहीं दिया लेकिन इसके साथ ही कहा कि उनके स्ट्राइक रेट को लेकर लोग क्या कहते हैं वह इसकी परवाह नहीं करते।
कोहली ने 63 गेंदों पर 100 रन की पारी खेली जिससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) ने सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से हराकर प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा। कोहली ने कप्तान फाफ डुप्लेसी (71) के साथ पहले विकेट के लिए 172 रन की साझेदारी की।
कोहली ने मैच के बाद कहा,‘‘ मैं पिछले आंकड़ों पर ध्यान नहीं देता हूं। मैंने पहले ही खुद को बहुत अधिक दबाव में रखा है। यह आईपीएल में मेरा छठा शतक है। मैं अच्छी पारी खेलने के बावजूद कभी-कभी खुद को पर्याप्त श्रेय नहीं देता। इसलिए बाहर बैठकर कोई क्या कहता है मैं इसकी परवाह नहीं करता क्योंकि वह उनकी राय है।’’
कोहली की 130 के आसपास के स्ट्राइक रेट के कारण आलोचना होती रही है लेकिन वह लोगों को यह याद दिलाने से नहीं चूके कि वह अपनी फ्रेंचाइजी और राष्ट्रीय टीम की तरफ से किस तरह की जिम्मेदारी निभाते रहे हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ जब आप स्वयं उस स्थिति में होते हैं तो आप जानते हैं कि मैच कैसे जीतना है। मैं लंबे समय से ऐसा करता आ रहा हूं। ऐसा नहीं है कि जब मैं खेलता हूं तो अपनी टीम के लिए मैच नहीं जीतता हूं। मुझे गर्व है कि मैं परिस्थिति के अनुसार खेलता हूं।’’
कोहली अक्सर बीच के ओवरों में धीमे पड़ जाते हैं लेकिन उन्होंने कहा कि वह अपनी तकनीक पर कायम रहते हैं और किसी तरह का ‘फैंसी शॉट’ खेलने से बचते हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं उस तरह का खिलाड़ी नहीं हूं जो बहुत अधिक ‘फैंसी शॉट’ खेलता हो। हमें साल के 12 महीनों में खेलना होता है। मैं उन खिलाड़ियों में शामिल नहीं हूं जो ‘फैंसी शॉट’ खेल कर अपना विकेट इनाम में देता हो। आईपीएल के बाद हमें टेस्ट क्रिकेट में खेलना है। मुझे अपनी तकनीक पर कायम रहना होगा और अपनी टीम के लिए मैं जीतने के तरीके ढूंढने होंगे।’’